विज्ञापन
This Article is From Aug 01, 2017

राजस्थान के नए डीजीपी अजीत सिंह ने कहा, आनंदपाल मुठभेड़ फर्जी नहीं

राजस्थान में पिछले महीने हुए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की मुठभेड़ में हुई मौत के बाद राज्य में कई लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.

राजस्थान के नए डीजीपी अजीत सिंह ने कहा, आनंदपाल मुठभेड़ फर्जी नहीं
कथित गैंगस्टर आनंदपाल सिंह.
जयपुर: राजस्थान में पिछले महीने हुए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की मुठभेड़ में हुई मौत के बाद राज्य में कई लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. परिवार वालों ने एक बार पोस्ट मॉर्टम हो जाने के बाद एक बार पोस्टमार्टम करवाया और फिर यह मांग की कि इस एनकाउंटर की सीबीआई जांच हो. अब इस बारे में राज्य के पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह ने कहा कि कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह के साथ पुलिस मुठभेड़ फर्जी नहीं है. सिंह ने पुलिस महानिदेशक का पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच में आनंदपाल मुठभेड़ संबंधी सभी प्रकार के संदेह खत्म हो जायेंगे. मैंने स्वयं व्यक्तिगत तौर पर मुठभेड़ स्थल की जांच की है, सिंह ने पुलिस विभाग में अपनी प्राथमिकताओं के बारे में कहा कि प्रदेश में साइबर अपराध, शारीरिक, व्हाइट कॉलर अपराध चाहे वो हमला, दुर्घटना या अन्य कारणों के अपराध हो उसे कम करने के प्रयास किए जायेंगे. पुलिस महानिदेशक मनोज भट्ट के सेवानिवृत होने के बाद राज्य सरकार ने महानिदेशक (जेल) अजीत सिंह को कल शाम ही प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया है.

उन्होंने पुलिस और आम जनता के बीच संबंधों में मजबूती की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि जब लोगों को पुलिस पर विश्वास हो जाएगा तो वे लोग पुलिस के साथ सूचनाओं का आदान प्रदान करेंगे. लोगों के साथ व्यक्तिगत संबंध पुलिस की सफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. पुलिस के साथ समाज के लोगों को अच्छे संबंध बनाने के लिये समुदाय संपर्क समूह (सीएलजी) की स्थापना की गई थी.
 
प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध पर सिंह ने कहा कि पुलिस के पास इस तरह के अपराधों से मुकाबला करने के लिये सारा साजो सामान है. इस तरह के अपराधों का और अच्छी तरह से मुकाबला करने के लिये प्रयास किये जायेंगे. विभाग लंबित मामलों की संख्या को दस प्रतिशत के आंकडे़ं से कम करने के प्रयास करेगा.
VIDEO : लोगों के विरोध के बाद एनकाउंटर की जांच सीबीआई को

गौरतलब है कि अपराधी आनंदपाल सिंह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. राजपूत समाज एवं मृतक के परिजनों ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए सीबीआई से जांच करवाने की मांग को लेकर 18 दिनों तक शव का अन्तिम संस्कार नहीं किया था. सरकार ने सर्वसमाज के प्रतिनिधियों को कथित मुठभेड़ प्रकरण की सीबीआई से जांच करवाने का आश्वासन देने के बाद ही परिजन ने आनंदपाल सिंह के शव का अन्तिम संस्कार किया था.
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com