बूंदी कोर्ट में घुसा मगरमच्छ, वकीलों में मचा हड़कंप

बूंदी कोर्ट परिसर की प्राचीन बावड़ी में मगरमच्छ दिखाई देने से सनसनी फैल गई. वहीं परिसर के वकीलों ने मगरमच्छ के बावड़ी में जाने से चिंता जाहिर की है और उनकी रोकथाम की मांग की है.

बूंदी कोर्ट में घुसा मगरमच्छ, वकीलों में मचा हड़कंप

बूंदी कोर्ट परिसर की बावड़ी में दिखा मगरमच्छ

बूंदी:

राजस्थान के बूंदी कोर्ट परिसर में प्राचीन बावड़ी के ऊपर 5 फीट लंबा मगरमच्छ दिखाई देने से हड़कंप मच गया. मगरमच्छ के पास मोर भी दाना चुगते रहे, लेकिन मगरमच्छ ने उन्हें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. सूचना मिलने पर वन विभाग और घड़ियाल अभयारण्य के दो कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मगरमच्छ को पकड़ने की कड़ी मशक्कत की, लेकिन वह 10 फीट ऊपर से छलांग लगाकर बावड़ी में चला गया. 

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बावड़ी में मगरमच्छ के चले जाने पर वकीलों ने चिंता जताई है. अदालत के पास अस्पताल और नहर किनारे खानाबदोश लोग रहते हैं. प्रत्यक्षदर्शी वकील रामसिंह गुर्जर ने बताया कि मगरमच्छ को पकड़ने आए कर्मचारियों के पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे. उस समय थोड़ी मुस्तैदी दिखाई होती तो मगरमच्छ को पकड़ा जा सकता था.  वहीं मोर और मगरमच्छ की इन अठखेलियों को देखने के लिए भारी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए.

गौरतलब है कि केशवरायपाटन कोर्ट परिसर के पास कोटा से आने वाली बड़ी नहर है जो चंबल नदी से जुड़ी हुई है. इसके सहारे मगरमच्छ कोर्ट परिसर में घुस गया. जिसके बाद यहां कोर्ट परिसर में स्थित बावड़ी की दीवार पर जाकर मगरमच्छ बैठ गया. वकील जब सुबह कोर्ट खुलने पर पहुंचे तो उन्हें वहां मगरमच्छ नजर आया, जिसे देखकर हड़कंप मच गया. कुछ देर बाद वहां मोरों का झुंड भी आ गया लेकिन मगरमच्छ ने किसी भी मोर पर हमला नहीं किया. बाद में यहां मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने मगरमच्छ को रेस्क्यू करने की कोशिश की तो वह बावड़ी में छलांग लगाकर कूद गया. बहरहाल, बावड़ी पर कर्मचारियों ने निगरानी रखी हुई है. 

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पहले भी आ चुके हैं मगरमच्छ

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केशवरायपाटन कोर्ट में मगरमच्छ घुसने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. जब नहर में पानी छोड़ा जाता है तो चंबल नदी के तेज बहाव से मगरमच्छ नहर में बहकर आ जाते हैं. इसी तरह अब तक चार बार मगरमच्छ कोर्ट परिसर में घुस चुके हैं. जिन्हें वन विभाग के कर्मचारियों ने रेस्क्यू कर सुरक्षित छोड़ा था हालांकि केशवरायपाटन कोर्ट में आए मगरमच्छों ने अभी तक किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है. फिर भी वकीलों ने कोर्ट परिसर में बार-बार आ रहे मगरमच्छ की रोकथाम की मांग की है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कोर्ट परिसर के बाहर से निकल रही नहर पर दीवार बनाकर कोर्ट परिसर को सुरक्षित किया जाए.