राजस्थान के अलवर नगर परिषद ने गुरुवार की रात एक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया. शहर को बरसात के दिनों में जलमग्न होने से बचाने के लिए नालों पर हो रहे अतिक्रमण को नगर परिषद ने जेसीबी से हटा दिया है. इन नालों की सफाई होने से शहर जलमग्न होने से बच सकेगा. यह कार्रवाई गुरुवार रात शहर के मुख्य मार्ग सहित मुख्य बाजारों में शुरू हुई और देर रात तक चलती रही. नगर परिषद ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अलवर शहर के होप सर्कस घंटाघर सब्जी मंडी सहित आसपास के क्षेत्रों में की है. बरसात का पानी भरने वाले बाजारों में करीब 100 से अधिक दुकानों के सामने से पक्का निर्माण हटाया गया है.
अतिक्रमण हटाने के लिए नगर परिषद आयुक्त मनीष फौजदार के नेतृत्व में अधिकारी कर्मचारी एवं मजदूरों की टीम बनाई, गई जो तीन जेसीबी सहित अन्य संसाधनो से काम कर रहे हैं. अतिक्रमण हटाने में मुख्य रूप से थोड़ी सी बारिश में बरसात का पानी जिन बाजारों में भर जाता है, वहां मुख्य रूप से फोकस किया गया है कि उन दुकानों के आगे के पटाव का अतिक्रमण हटाया जाए और नाली अवरुद्ध हुई नालियों को खुला रखा जाए. जिससे बरसात का पानी बाजारों में ना रुके और नालियों के माध्यम से शहर से बाहर निकल जाए .
अलवर नगर परिषद के आयुक्त मनीष फौजदार ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में ही न्यायालय द्वारा आदेश से चूड़ी मार्केट तिलक मार्केट सहित आसपास के इलाकों में अतिक्रमण हटाया गए. पहले भी अतिक्रमण हटाया गया लेकिन दोबारा उस पर अतिक्रमण कर लिया गया. अब दोबारा अतिक्रमण ना हो इसके लिए नगर परिषद टीम पूरी तरह ध्यान रखेगी. इस संबंध में अस्थाई बेंडर और व्यापारियों से बातचीत की गई है. हालांकि, दोपहर 3 बजे नगर परिषद की टीम अतिक्रमण को हटाने के लिए निकली थी लेकिन व्यापारियों ने शाम के बाद कार्य करने की बात कही.उसके बाद नगर परिषद की टीम रात को 9 बजे अतिक्रमण हटाने के लिए निकली है.
उन्होंने बताया कि जिन बाजारों में पानी भरता है, वहां ब्लैक पॉइंट्स किए गए हैं और उनकी दुकानों के आगे पटाव हटाया जा रहे हैं. क्योंकि पटाओ डालने से नालियों की सफाई नहीं होती है. जि की वजह से वहां गंदगी जमा हो जाती है और नाले अवरुद्ध हो जाते हैं. फिर वह पानी सड़कों पर आता है जिससे आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पानी भराव ना हो इसलिए इन अतिक्रमण को हटाना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण भले रसूखदार के हो या गरीब के, सबके हटाए जाएंगे . इस कार्य में 100 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं .
इसके आगे उन्होंने बताया कि 20 दिन पहले ही सभी को चेतावनी दी गई थी. मुनादी करवाई गई थी कि जिन लोगों ने नालों पर पटाव किए हुए हैं, वह पटाव हटा लें.उसके बाद भी उन्होंने पटाव नहीं हटाए तो आज नगर परिषद कार्रवाई कर रही है . उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि व्यापारी भी इस कार्य में पूरा तरीके से सहयोग कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि 15 - 20 दिन में ऐसी कार्रवाई करें, जिससे दोबारा अतिक्रमण नहीं हो. पूरी तरह निगरानी रखें और उसके बाद भी अगर कोई अतिक्रमण करता है तो नगर परिषद उनका सामान जप्त करेगी. इसके बाद अतिक्रमण को तोड़ेगी.
अस्थाई पटरी लगाने वाले दुकानदारों के बारे में उन्होंने कहा कि बाइंडिंग और ऑन वाइंडिंग जॉन चिन्हित किया हुआ है. अगर व्यापारी और दुकानदार नगर परिषद से संपर्क करेंगे तो उन्हें जगह उपलब्ध कराई जाएगी.
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