
हाल ही में भीलवाड़ा जिले में एक रूह कंपा देना वाला वीडियो सामने आया था. जिसमें15 दिन के नवजात मासूम को जंगल में फेंक दिया गया. इतना ही नहीं, बच्चे के मुंह से आवाज न निकले और कोई सुन न सके, इसलिए बच्चे के मुंह में पत्थर डाल दिया गया. इसके अलावा दरिंदगी इतनी बड़ी थी कि बच्चे के मुंह को चिपकाने के लिए फेवीक्विक से चिपका दिया गया. हालांकि जंगल में मवेशी चराने गए शख्स को बच्चा नजर आ गया था जिसके बाद उसे पत्थर से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं पुलिस इस मामले में पड़ताल कर रही थी और बच्चे के माता-पिता को ढूंढा जा रहा था. जिसके बाद इसका खौफनाक सच सामने आया है.
पुलिस इस मामले में तफतीश कर रही थी और बच्चे के माता-पिता का पता लगा रही थी. इसके लिए अस्पताल में हाल में 15-20 दिन पहले हुई डिलिवरी रिपोर्ट को खंगाली जा रही थी. इसके अलावा आसपास के गांव में भी पता लगाया जा रहा था और लोगों से बात की जा रही थी. इस बीच पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
अवैध संबंध की वजह से बच्चे को युवती ने फेंका
बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर मांडलगढ़ थाने में पूछताछ कर रही है. जिसमें जानकारी सामने आई है कि अवैध संबंधों के चलते मां बनी युवती ने पहचान छिपाने के लिए नवजात मासूम को पत्थरों में दबा कर छोड़ा था. जबकि बताया जा रहा है कि युवती की डिलिवरी बूंदी अस्पताल में हुई थी. अस्पताल से ही पुलिस को युवती के बारे में जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस उस तक पहुंच गई.
कुंड मंदिर के सामने जंगल में मिला बच्चा
यह घटना भीलवाड़ा के मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बिजोलिया थाना क्षेत्र का था. पुलिस ने बताया था कि बच्चा सीता का कुंड मंदिर के सामने सड़क से सटे जंगल में मिला है. चरवाहे को बच्चा पत्थर के नीचे मिला है. बच्चे के मुंह में पत्थर था उसे निकाला गया और लोगों को मदद के लिए बुलाया गया. जहां उसे बिजौलिया सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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