सिनेमाघरों में रिलीज को तैयार मिशन C1000, भारत को हिंदू आतंकवाद के रूप में बदनाम करने की साजिश का करेगा पर्दाफाश

देश के दुश्मन कैसे हिंदुस्तान पर हिन्दू आतंकवाद का धब्बा लगाना चाहते हैं और इस तरह पूरे विश्व में हिंदुस्तान को हिन्दू आतंकवाद के नाम पर बदनाम किया जाए, इसी ज्वलंत मुद्दे पर आधारित है फिल्म मिशन सी1000.

सिनेमाघरों में रिलीज को तैयार मिशन C1000, भारत को हिंदू आतंकवाद के रूप में बदनाम करने की साजिश का करेगा पर्दाफाश

मिशन सी1000 जल्द होगी सिनेमाघरों में रिलीज

नई दिल्ली :

देश के दुश्मन कैसे हिंदुस्तान पर हिन्दू आतंकवाद का धब्बा लगाना चाहते हैं और इस तरह पूरे विश्व में हिंदुस्तान को हिन्दू आतंकवाद के नाम पर बदनाम किया जाए, इसी ज्वलंत मुद्दे पर आधारित है फिल्म मिशन सी1000. यह फिल्म हिंदू आतंकवाद के इसी झूठे आरोप का कड़वा सच सामने लाएगी. एसवी क्रिएशन प्रस्तुत फिल्म मिशन सी1000 हिन्दू आतंकवाद के निर्माता किरणमयी, विराट और शौर्या हैं जबकि कहानी, पटकथा और संवाद लेखक तेजेश्वर हैं, जिन्होंने फिल्म का कुशल निर्देशन भी किया है. 

यह फिल्म तेगु, हिंदी सहित कई भाषाओं में रिलीज होगी. फिल्म में कई सिचुएशनल गीत भी हैं. इसमें एक रामजी पर भी गीत है वहीं एक देशभक्ति भरा गाना भी है. इसमें कालीचरण महाराज का स्पेशल अपीयरेंस भी है. फिल्म के एक्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर्स डॉ एलसगराम प्रभाकर, वी रामु, गोंडीकोटा श्रीनिवास, सह निर्माता टी ईश्वर और टी उमा महेंद्र हैं. 

फिल्म के नायक तेजेश्वर, हीरोइन प्रज्ञा नयन, खलनायक कबीर दुहान, संजय पाण्डेय हैं जबकि बाकी कलाकारों में जया प्रकाश, अनीश कुरुवेल्ला और सुधा हैं. लेखक निर्देशक तेजेश्वर का कहना है कि यह सिनेमा देशभक्ति, सांस्कृतिक विरासत की बात करता है और झूठे आरोपों के विरुद्ध लड़ाई को दिखाता है. मिशन C1000 बहुत जल्द सिनेमाघरों में रिलीज होने को तैयार है. 

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फिल्म मिशन सी1000 हिंदू अतंकवाद की कहानी नायक राम पर केंद्रित है, जिसे नायिका के पिता के अनूठे फॉर्मूले का फायदा उठाने वाले आतंकवादियों को नाकाम करने का काम सौंपा गया है. यह फिल्म भारत पर हिंदू आतंकवाद का लेबल लगाने के लिए विदेशी संस्थाओं के नापाक प्रयासों पर प्रकाश डालती है. राम इन झूठे आरोपों का मुकाबला करते हुए देशभक्ति का प्रतीक बनकर उभरता है. फिल्म का उद्देश्य युवाओं को अपनी सांस्कृतिक जड़ों को अपनाने और राष्ट्रीय प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है.