एसएस अहलूवालिया (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:
नोटबंदी के मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा कराने और सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब देने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच सरकार ने आज नियमों पर गतिरोध का समाधान निकलने की उम्मीद जताते हुए कहा कि वह पहले दिन से ही विस्तारपूर्वक चर्चा के लिए तैयार है और इस पर प्रधानमंत्री और संबंधित मंत्री अपना विचार जरूर प्रकट करेंगे.
संसदीय कार्य राज्यमंत्री एसएस अहलुवालिया ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘ हम तो पहले दिन से ही चर्चा के लिए तैयार हैं. यह एक ऐसा विषय है जिस पर पूरे देश को मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है. क्योंकि यह भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई है.’’ संसद के दोनों सदनों में इस विषय पर जारी गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा करने को तैयार हैं.’’
लोकसभा में विपक्ष द्वारा मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम 56 के तहत चर्चा की मांग पर जोर दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर अहलुवालिया ने कहा, ‘‘वैसे तो नियम 193 के तहत अल्पावधि चर्चा होती है लेकिन हम इस विषय पर पूरे दिन और जरूरत हुई तो दूसरे दिन भी चर्चा करने को तैयार हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो भी विषय आएंगे, उन पर चर्चा करने को तैयार हैं. इस पर प्रधानमंत्री और संबंधित मंत्री अपना विचार जरूर प्रकट करेंगे.’’ चर्चा के नियमों को लेकर बने गतिरोध के कारण उत्पन्न स्थिति के समाधान के बारे में पूछे जाने पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री ने कहा कि पृथ्वी पर ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान नहीं निकल सकता है, इसका भी समाधान निकल जाएगा.
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. राज्यसभा की बैठक तीन बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संसदीय कार्य राज्यमंत्री एसएस अहलुवालिया ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘ हम तो पहले दिन से ही चर्चा के लिए तैयार हैं. यह एक ऐसा विषय है जिस पर पूरे देश को मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है. क्योंकि यह भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई है.’’ संसद के दोनों सदनों में इस विषय पर जारी गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा करने को तैयार हैं.’’
लोकसभा में विपक्ष द्वारा मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम 56 के तहत चर्चा की मांग पर जोर दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर अहलुवालिया ने कहा, ‘‘वैसे तो नियम 193 के तहत अल्पावधि चर्चा होती है लेकिन हम इस विषय पर पूरे दिन और जरूरत हुई तो दूसरे दिन भी चर्चा करने को तैयार हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो भी विषय आएंगे, उन पर चर्चा करने को तैयार हैं. इस पर प्रधानमंत्री और संबंधित मंत्री अपना विचार जरूर प्रकट करेंगे.’’ चर्चा के नियमों को लेकर बने गतिरोध के कारण उत्पन्न स्थिति के समाधान के बारे में पूछे जाने पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री ने कहा कि पृथ्वी पर ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान नहीं निकल सकता है, इसका भी समाधान निकल जाएगा.
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. राज्यसभा की बैठक तीन बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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