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Chess Olympiad 2024: चेस ओलंपियाड में भारत ने रचा इतिहास, महिला और पुरुष टीम ने पहली बार जीता स्वर्ण पदक

भारत ने रविवार को इतिहास रचते हुए पहली बार चेस ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीते हैं. भारत की पुरुष और महिला टीमों ने 45वें शतरंज ओलंपियाड में अंतिम दौर में अपने अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराकर इस प्रतियोगिता में पहली बार स्वर्ण पदक जीता है.

Chess Olympiad 2024: चेस ओलंपियाड में भारत ने रचा इतिहास, महिला और पुरुष टीम ने पहली बार जीता स्वर्ण पदक
Chess Olympiad 2024: भारत ने पहली बार ओपन वर्ग में जीत दर्ज की है.

भारत ने रविवार को इतिहास रचते हुए पहली बार चेस ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीते हैं. भारत की पुरुष और महिला टीमों ने 45वें शतरंज ओलंपियाड में अंतिम दौर में अपने अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराकर इस प्रतियोगिता में पहली बार स्वर्ण पदक जीता है. 45वां चेस ओलंपियाड हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में खेला गया. जिसमें 195 देशों की 197 टीमें पुरुष वर्ग में और महिला वर्ग में 181 देश की 183 टीमों ने हिस्सा लिया.

ग्रैंडमास्टर डी गुकेश, अर्जुन एरिगेसी और आर प्रज्ञानानंदा ने स्लोवेनिया के खिलाफ 11वें दौर में अपने अपने मैच जीत लिए. विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर गुकेश और अर्जुन एरिगेसी ने एक बार फिर अहम मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया जिससे भारत को ओपन वर्ग में अपना पहला खिताब जीतने में मदद मिली. अगर भारतीय टीम बाकी दो गेम हार भी जाती है तो भी वह स्वर्ण पदक जीत लेगी क्योंकि उन्हें खिताब जीतने के लिए 11वें दौर में सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी.

स्लोवेनिया के खिलाफ मुकाबले में गुकेश ने काले मोहरों से व्लादिमीर फेडोसेव के खिलाफ तकनीकी चरण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. हालांकि उन्हें मुश्किल से जीत मिली, लेकिन 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर ने शानदार रणनीति अपनाई. एरिगेसी ने तीसरे बोर्ड पर काले मोहरों से खेलते हुए जान सुबेलज को मात दी.

इसके बाद प्रज्ञानानंदा ने फॉर्म में आते हुए एंटोन डेमचेंको पर एक शानदार जीत हासिल की. इससे भारत ने एक मैच रहते स्लोवेनिया पर 3-0 से जीत हासिल की. भारतीय पुरुष टीम ने 22 में से 21 अंक हासिल किए। खिलाड़ियों ने सिर्फ उज्बेकिस्तान के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला.

भारतीय महिलाओं ने अजरबेजान को 3.5-0.5 से हराकर देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया. डी हरिका ने पहले बोर्ड पर तकनीकी श्रेष्ठता दिखाई और दिव्या देशमुख ने एक बार फिर अपने प्रतिद्वंद्वी को पछाड़कर तीसरे बोर्ड पर अपना व्यक्तिगत स्वर्ण पदक पक्का किया.

आर वैशाली के ड्रा खेलने के बाद वंतिका अग्रवाल की शानदार जीत से भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया. भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले टूर्नामेंट के 2014 और 2022 चरण में कांस्य पदक जीते थे. भारतीय महिला टीम ने चेन्नई में 2022 के चरण में कांस्य पदक जीता था.

भारत के नाम इस टूर्नामेंट में अब तक सिर्फ दो कांस्य पदक हैं. सोवियत रूस (18 Gold ) अमेरिका (6 Gold) और रूस 6 Gold) इस टूर्नामेंट की अब तक की सबसे कामयाब टीमें हैं.

 चेस ओलिंपियाड ओलंपिक खेलों जैसा ही है. इसे शतरंज का ओलंपिक कहा जा सकता है. सबसे पहले 1924 में ' के ओलिंपियाड का आयोजन पेरिस में हुआ जिस साल वहां ओलंपिक खेलों का आयोजन भी हुआ था. इस टूर्नामेंट का आयोजन हर 2 साल में एक बार होता है.

बता दें, भारत बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में 2753 रेटिंग औसत के साथ दूसरी वरीयता प्राप्त टीम थी, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका शीर्ष वरीयता प्राप्त टीम थी (रेटिंग औसत 2757) चीन (2724), उज़्बेकिस्तान (2690) और नीदरलैंड (2682) शीर्ष 5 में थे.

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