
चीन के साथ राजनयिक मुद्दों के कारण एशियाई खेलों में जगह बनाने में असफल रहीं भारतीय वुशु खिलाड़ी मेपुंग लामगू ने शनिवार को कहा कि वह ‘ठीक' हैं. मेपुंग की इस घोषणा से अरुणाचल प्रदेश में स्थित उसके परिवार के सदस्यों ने राहत की सांस ली है. एशियाई खेलों के लिए चीन का वीजा नहीं मिलने के बाद मेपुंग का परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा था. मेपुंग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स' पर लिखा, ‘मैं ठीक हूं और फिलहाल साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) हॉस्टल में हूं.'
My heartiest congratulations and best wishes to Onilu Tega, Neyman Wangsu and Mepung Lamgu of Arunachal Pradesh, part of the Women Wushu Team to represent India at the Asian Games 2022 at Hangzhou, China to be held on Sep 23-October 8, 2023.
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) September 18, 2023
Give it your best and excel. Our… pic.twitter.com/FUBGYkDzAH
मेपुंग को भाई ने एक दिन पहले अरुणाचल प्रदेश से पीटीआई से कहा था कि वह अपनी बहन से संपर्क नहीं कर पा रहे है और उनकी सलामती को लेकर चिंतित है. वुशु खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं अपने परिवार के साथ लगातार संपर्क में हूं और चिंता की कोई बात नहीं है. चिंता जताने और समर्थन के लिए धन्यवाद.' उन्होंने साइ अधिकारियों के साथ नाश्ता करते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की.
We stand with the three #AsianGames2022 bound Wushu athletes, taking the utmost care for them at this hour.
— SAI Media (@Media_SAI) September 23, 2023
The 3 athletes are being taken care of at the SAI Hostel.#SAICareshttps://t.co/dyEFd9YGZf https://t.co/VFs0lH1067
साइ के मीडिया ने उनके पोस्ट पर जवाब देते हुए लिखा, ‘हम तीनों वुशु खिलाड़ियों के साथ खड़े हैं, इस समय उनका अत्यधिक ख्याल रख रहे हैं. साइ हॉस्टल में तीनों खिलाड़ियों की देखभाल की जा रही है.' मेपुंग के अलावा चीन ने अरुणाचल प्रदेश की दो अन्य वुशु खिलाड़ियों न्येमान वांग्सू, ओनिलु तेगा को मान्यता देने से इंकार कर दिया था.
भारत के तीनों खिलाड़ियों को वुशु दल के आठ अन्य सदस्यों के साथ शुक्रवार रात को भारत से उड़ान भरनी थी लेकिन उनका ‘एक्रिडिटेशन' डाउनलोड नहीं हो पाया जिससे उन्हें रुकने के लिए मजबूर होना पड़ा. वीजा नहीं मिलने की खबर आयी तो ईटानगर में पेशे से डॉक्टर उनके भाई गांधी लामगू ने जब उनसे अंतिम बार बात की थी तो वह लगातार रोए जा रह थीं, लेकिन इसके बाद से उनका इस खिलाड़ी से संपर्क नहीं हुआ है. गांधी ने ‘अब वह हमारा फोन भी नहीं उठा रही है और यह ‘स्विच ऑफ' आ रहा है. हम उसके बारे में काफी चिंतित हैं कि कहीं वह रो रो कर कुछ कर ना ले.'
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