महिषासुर जयंती पर चर्चा करवाने वाली टीवी एंकर को गालियों से भरे 2,000 से ज़्यादा कॉल

महिषासुर जयंती पर चर्चा करवाने वाली टीवी एंकर को गालियों से भरे 2,000 से ज़्यादा कॉल

महिषासुर जयंती के अवसर पर जश्न मनाना देशद्रोह है या नहीं, इस विषय पर टीवी शो के दौरान चर्चा करना केरल की एक महिला टीवी पत्रकार को काफी महंगा पड़ा, क्योंकि शो के बाद उन्हें लगातार फोन पर धमकियां मिल रही हैं, और गंदी गालियां दी जा रही हैं।

अंग्रेज़ी दैनिक 'इंडियन एक्सप्रेस' में प्रकाशित एक ख़बर के मुताबिक, मलयालम भाषा के एशियानेट न्यूज़ टीवी की चीफ को-ऑर्डिनेटिंग एडिटर सिंधु सूर्यकुमार ने पिछले शुक्रवार को अपने शो के दौरान चर्चा करवाई थी, जिसके बाद से उनके मोबाइल फोन पर अब तक 2,000 से भी ज़्यादा कॉल आ चुकी हैं, जिनमें कथित रूप से विभिन्न हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा उन्हें गालियां दी जा रही हैं, और उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने देवी दुर्गा को 'वेश्या' कहा था।

'सिंधु ने कहे ही नहीं थे अपशब्द...'
'इंडियन एक्सप्रेस' का कहना है कि उन्होंने शो का वीडियो देखा है, और इस सिलसिले में सबसे बड़ी विडंबना यह है कि देवी दुर्गा के बारे में जिन अपशब्दों को कहने का आरोप सिंधु पर लगाया जा रहा है, वे दरअसल बीजेपी के प्रदेश सचिव वीवी राजेश ने एक पैम्फ्लेट पढ़कर सुनाते वक्त कहे थे, जिनके बारे में उनका दावा था कि वे पैम्फ्लेट जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में बांटे गए थे, और उन्हें ही बाद में मानव संसाधन एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में भी पेश किया था।

अंग्रेज़ी दैनिक ने तिरुअनंतपुरम शहर के पुलिस कमिश्नर जी. स्पर्जन कुमार के हवाले से बताया है कि पुलिस ने सिंधु सूर्यकुमार द्वारा फोन पर धमकियां और गालियां दिए जाने की शिकायत दर्ज कराने के बाद सोमवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस कमिश्नर के अनुसार, "गिरफ्तार किए गए पांचों लोग बीजेपी, आरएसएस और श्रीराम सेना सहित अन्य हिन्दू-समर्थक गुटों से संबंधित हैं..."

व्हॉट्सऐप ग्रुप पर सिंधु को कॉल करने की अपील की गई...
'इंडियन एक्सप्रेस' का कहना है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक ने पुलिस को बताया है कि वह तिरुअनंतपुरम का ही रहने वाला है, और उसे सिंधु का फोन नंबर 'संगध्वनि' नामक व्हॉट्सऐप (WhatsApp) ग्रुप से मिला था, जहां एक सदस्य ने सिंधु के नंबर को सार्वजनिक करते हुए साथी सदस्यों से उस नंबर पर कॉल कर 'फेसबुक पर दुर्गा के बारे में' डाली गई एक पोस्ट के लिए गालियां देने का आग्रह किया था।

कन्नूर से पकड़े गए तीन अन्य लोग श्रीराम सेना के सदस्य हैं, जो हिन्दू-समर्थक गुट है, और यह गुट वर्ष 2009 में मैंगलोर के एक पब पर हुए हमले तथा मॉरल पुलिसिंग के कई अन्य मामलों में शामिल रहा है।

'कुछ लोगों को तो मुझे गालियां देने की वजह भी पता नहीं...'
उधर, सिंधु ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को बताया, "मुझे हर मिनट कॉल आ रही हैं... मुख्य आरोप है कि मैंने दुर्गा को गाली दी, उन्हें वेश्या कहा... कॉल करने वाले ज़्यादातर लोगों ने मुझे वेश्या कहा और गालियां दीं... कुछ ने मुझे धमकियां भी दीं, लेकिन कुछ को तो यह भी मालूम नहीं कि मुझ पर क्या आरोप लगे हैं... आज ही सुबह मुझे एक कॉल आया, जिसमें किसी ने पूछा, क्या मैं दुर्गा हूं... कुछ समय पहले एक और व्यक्ति ने कॉल किया और कहा कि मैंने फेसबुक पर दुर्गा के खिलाफ कुछ पोस्ट किया है, और इसीलिए वह मुझे गालियां देना चाहता है..."

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सिंधु ने यह भी बताया है कि बीजेपी के वीवी राजेश ने उन्हें मामले की जांच में हर तरह का सहयोग देने का आश्वासन दिया है। 'इंडियन एक्सप्रेस' ने सिंधु के हवाले से बताया, "उन्होंने (राजेश ने) मुझे बताया कि उन्हें कॉल करने वाले पार्टी के लोगों को उन्होंने वास्तविकता समझाई है... हालांकि उनकी पार्टी ने अब तक इन अफवाहों का कोई खंडन नहीं किया है..."