जितेंद्र अव्हाड.
मुंबई:
मुंबई से सटे ठाणे जिले में एनसीपी विधायक और पूर्व मंत्री जितेन्द्र आव्हाड के दफ्तर में एक युवक की पिटाई का कथित वीडियो सामने आया है. लड़के पर एक नाबालिक से जबरन प्रेम संबंध बनाने के लिए डराने-धमकाने का आरोप था. पुलिस ने युवक के खिलाफ तो मामला दर्ज कर लिया है लेकिन आव्हाड के खिलाफ कुछ भी बोलने से बच रही है.
पुलिस के मुताबिक यह पिटाई कथित एकतरफा प्रेम का सिला है. आरोप है कि प्रतीक पाटिल अपनी बहन को कलेक्टर, भाई को पुलिस वाला बताकर 17 साल की कॉलेज छात्रा पर रौब गांठ रहा था. वह उस पर जबरन प्रेम संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था. पीड़ित के मुताबिक " वह मुझे मारता था. उसने कहा कि वह मेरे पिताजी को झूठे मामले में फंसा देगा. उनके ऑटो को जला देगा. उसने मुझे इतना परेशान किया कि मैं बीमार रहने लगी थी. हम लोग पुलिस के पास भी गए लेकिन कुछ नहीं हुआ. फिर हम जितेन्द्र आव्हाड के दफ्तर पहुंचे."
पीड़ित का कहना है कि उसकी शिकायत पर आव्हाड ने आरोपी को अपने दफ्तर बुलाया था, लेकिन तस्वीरों में दिख रहा है जितेन्द्र आव्हाड का दफ्तर कोर्ट बन गया. आरोप है कि उनके करीबी भी सजा देने से नहीं चूके. सब कुछ विधायक के सामने हुआ, लेकिन आव्हाड इन आरोपों से इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है " मैंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे उसे बुलाकर समझा दें. फिर मैं दफ्तर से बाहर चला गया. लेकिन लड़का 40-50 दोस्तों के साथ पहुंचा और उसने मेरे कार्यकर्ताओं की पिटाई की. अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मीडिया मुझे फांसी पर चढ़ा दे."
ठाणे शहर की नौपाड़ा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 506 के अलावा पोस्टो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. अदालत ने उसे चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. लेकिन क्या दफ्तर को कार्यकर्ताओं के अदालत में बदलने वाले विधायक के खिलाफ भी पुलिस कम से कम जांच करेगी? फिलहाल इस सवाल का जवाब देने में ठाणे पुलिस आनाकानी कर रही है.
पुलिस के मुताबिक यह पिटाई कथित एकतरफा प्रेम का सिला है. आरोप है कि प्रतीक पाटिल अपनी बहन को कलेक्टर, भाई को पुलिस वाला बताकर 17 साल की कॉलेज छात्रा पर रौब गांठ रहा था. वह उस पर जबरन प्रेम संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था. पीड़ित के मुताबिक " वह मुझे मारता था. उसने कहा कि वह मेरे पिताजी को झूठे मामले में फंसा देगा. उनके ऑटो को जला देगा. उसने मुझे इतना परेशान किया कि मैं बीमार रहने लगी थी. हम लोग पुलिस के पास भी गए लेकिन कुछ नहीं हुआ. फिर हम जितेन्द्र आव्हाड के दफ्तर पहुंचे."
पीड़ित का कहना है कि उसकी शिकायत पर आव्हाड ने आरोपी को अपने दफ्तर बुलाया था, लेकिन तस्वीरों में दिख रहा है जितेन्द्र आव्हाड का दफ्तर कोर्ट बन गया. आरोप है कि उनके करीबी भी सजा देने से नहीं चूके. सब कुछ विधायक के सामने हुआ, लेकिन आव्हाड इन आरोपों से इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है " मैंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे उसे बुलाकर समझा दें. फिर मैं दफ्तर से बाहर चला गया. लेकिन लड़का 40-50 दोस्तों के साथ पहुंचा और उसने मेरे कार्यकर्ताओं की पिटाई की. अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मीडिया मुझे फांसी पर चढ़ा दे."
ठाणे शहर की नौपाड़ा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 506 के अलावा पोस्टो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. अदालत ने उसे चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. लेकिन क्या दफ्तर को कार्यकर्ताओं के अदालत में बदलने वाले विधायक के खिलाफ भी पुलिस कम से कम जांच करेगी? फिलहाल इस सवाल का जवाब देने में ठाणे पुलिस आनाकानी कर रही है.
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