इंफाल:
म्यामांर से लगे मणिपुर के सीमांत शहर मोरेह में एक विद्युत उपकेंद्र के निर्माण के लिए खुदाई के दौरान बमों के 87 खोल बरामद हुए, जिनके बारे में माना जाता है कि ये दूसरे विश्वयुद्ध के काल के हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मजदूरों ने मोरेह के चानोउ इलाके में रविवार को खुदाई के दौरान ये बम पाए। माना जा रहा है कि ये बम दूसरे विश्वयुद्ध के काल के हैं, जब 1944 में जापानी सेना इलाके में आई थी। वहां खुदाई फौरन रोक दी गई और रविवार रात से स्थल पर राज्य के बल पहरा दे रहे हैं।
इंफाल से विशेषज्ञों के पहुंचने के बाद सोमवार को वहां खुदाई फिर शुरू की गई। अधिकारी ने बताया कि बरामद किए गए विस्फोटकों को निष्क्रिय करने के लिए मोरेह पुलिस थाना ले जाया गया। उल्लेखनीय है कि 'इंफाल की जंग' 1944 में जापानी सेना के खिलाफ मित्र राष्ट्र की निर्णायक जीत हुई थी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मजदूरों ने मोरेह के चानोउ इलाके में रविवार को खुदाई के दौरान ये बम पाए। माना जा रहा है कि ये बम दूसरे विश्वयुद्ध के काल के हैं, जब 1944 में जापानी सेना इलाके में आई थी। वहां खुदाई फौरन रोक दी गई और रविवार रात से स्थल पर राज्य के बल पहरा दे रहे हैं।
इंफाल से विशेषज्ञों के पहुंचने के बाद सोमवार को वहां खुदाई फिर शुरू की गई। अधिकारी ने बताया कि बरामद किए गए विस्फोटकों को निष्क्रिय करने के लिए मोरेह पुलिस थाना ले जाया गया। उल्लेखनीय है कि 'इंफाल की जंग' 1944 में जापानी सेना के खिलाफ मित्र राष्ट्र की निर्णायक जीत हुई थी।
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