फेक न्यूज और हिंसा पर पूछे गये सवाल पर CM बिप्लब देब का जवाब- त्रिपुरा में आनंद की लहर चल रही है

बच्चा चोरी की शक में 4 लोगों की पीटकर हत्या के मामले में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देब का अजीबो-गरीब बयान.

फेक न्यूज और हिंसा पर पूछे गये सवाल पर CM बिप्लब देब का जवाब- त्रिपुरा में आनंद की लहर चल रही है

त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब ( फाइल फोटो)

खास बातें

  • फेक न्यूज पर चार लोगों की हत्या
  • कई राज्यों में हो चुकी है घटना
  • सीएम देब का अजीबो-गरीब बयान
अगरतला :

बच्चा चोरी की शक में 4 लोगों की पीटकर हत्या के मामले में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देब का अजीबो-गरीब बयान आया है. जब उनसे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिये सरकार की ओर से उठाये जा रहे कदमों के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था, 'त्रिपुरा में एक आनंद की लहर चल रही है. आप भी एक लहर का उपभोग कीजिये. आपको आनंद आना चाहिये...मेरा चेहरा देखिये..मुझे कितनी खुशी हो रही है. ये सरकार जनता की सरकार है. जनता ऐक्शन लेगी.' उनके इस बयान को सुनकर वहां मौजूद पत्रकार हैरान रह गये क्योंकि उनको उम्मीद थी कि सीएम बिप्लव देब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिये सरकार की ओर से उठाये गये कदमों की जानकारी देंगे. गौरतलब है कि 26 जून को पूरन बिश्वास (11) नाम के एक लड़के का शव अगरतला में उसके घर के पास पाई गई थी. लोगों का कहना था कि उसकी किडनी निकाल ली गई है और यह बात वहां के एक स्थानीय अखबार में छप गई. इस खबर के आते ही पूरे प्रदेश में तरह-तरह की अफवाह फैल गई और भीड़ ने चार लोगों को मार डाला.​

त्रिपुरा में मंत्री के बयान के बाद फेक न्यूज़ ने 48 घंटों में ली 4 लोगों की जान

एक बार फिर बोले बिप्लब देब, 'सरकारी नौकरी के लिए नेताओं के पीछे नहीं भागें, पान की दुकान खोलें' 

इस घटना में एक सुकांता चक्रवर्ती नाम से एक शख्स को भी पीटकर मार डाला गया जो की पेशे से कलाकार थे जिन्हें पुलिस ने फेक न्यूज के खिलाफ जागरुकता फैलाने का जिम्मा दे रखा था. घटना के समय वह एक पुलिसकर्मी के साथ गांव गये थे. फिलहाल त्रिपुरा के सीएम के इस बयान के बाद से लोगों में गुस्सा देखा जा सकता है. हालांकि बिप्लब देब पहले भी ऐसे कई बयान दे चुके हैं जिसकी वजह से विवाद है.

बिप्लब देब के अटपटे बयान जारी, अब कहा- टैगोर ने अंग्रेजों के विरोध में नोबेल लौटाया था


त्रिपुरा के सीएम के विवादित बयान

1. महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट का दावा 
बिप्लब देब सबसे पहले महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट होने का दावा कर सुर्खियों में आए थे. बीते 18 अप्रैल को उन्होंने राजधानी अगरतला में आयोजित कार्यक्रम में कहा था कि देश में महाभारत युग में भी तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध थीं, जिनमें इंटरनेट और सैटेलाइट भी शामिल थे. उन्होंने कहा था कि, यह सब मेरे देश में पहली बार नहीं हो रहा है. यह वह देश है, जिसमें महाभारत के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर धृतराष्ट्र को बताया था कि कुरुक्षेत्र के मैदान में युद्ध में क्या हो रहा है. संजय इतनी दूर रहकर आंख से कैसे देख सकते हैं, सो, इसका मतलब है कि उस समय भी तकनीक, इंटरनेट और सैटेलाइट था. ​

2. मिस यूनिवर्स डायना हेडन इंडियन ब्यूटी नहीं है
महाभारत युग में इंटरनेट वाला बयान चर्चा में था ही कि बिप्लब देब ने मिस वर्ल्ड डायना हेडन को लेकर विवादित बयान दे डाला. उन्होंने 27 अप्रैल को कहा कि, डायना हेडन इंडियन ब्यूटी नहीं हैं.  डायना हेडन की जीत फिक्स थी. उन्होंने कहा कि डायना हेडन भारतीय महिलाओं की सुंदरता की नुमाइंदगी नहीं करतीं. ऐश्वर्या राय करती हैं. बिप्लब देब के इस बयान ने चौतरफा सुर्खियां बटोरी. हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद भी जताया. 

3. बेरोजगारों को दी पान की दुकान खोलने और गाय पालने की नसीहत
एक के बाद एक अजीबोगरीब बयान देने वाले बिप्लब देब यहीं नहीं रुके. उन्होंने युवाओं को नौकरियों के बदले पान की दुकान खोलने की सलाह दे डाली. 29 अप्रैल को उन्होंने कहा कि, युवा कई सालों तक राजनीतिक दलों के पीछे सरकारी नौकरी के लिए पड़े रहते हैं. वह अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय यहां-वहां दौड़-भाग कर सरकारी नौकरी की तलाश में बर्बाद करते हैं. मगर वही युवा सरकारी नौकरी तलाश करने के लिए राजनीतिक पार्टियों के पीछे भागने की बजाय पान की दुकान लगा ले तो उसके बैंक खाते में अब तक 5 लाख रुपए जमा होते. उन्होंने कहा कि, भागने से अच्छा है कि प्रधानमंत्री के मुद्रा योजना के तहत बैंक से लोन लेकर पशु संसाधन क्षेत्र के विभिन्न परियोजनाओं को शुरू करके स्वयं रोजगार का सृजन करें.​

4. मैकेनिकल नहीं सिविल इंजीनियर्स दें सिविल सर्विसेज की परीक्षा 
अपने विवादित बयानों की वजह से पहले ही सुर्खियां बटोर चुके बिप्लब देब ने ताजा बयान सिविल सर्विसेज की परीक्षा को लेकर दिया. उन्होंने कहा कि, मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. एक कार्यक्रम में बिप्लब देब ने कहा कि,‘मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. समाज का निर्माण करना है. ऐसे में सिविल इंजीनियरों के पास यह ज्ञान है क्योंकि जो लोग प्रशासन में हैं उनको समाज का निर्माण करना है.​

सिटी सेंटर : बिप्लब देब का शिगूफा और सच​


5. मेरी सरकार में दखल देने वालों के नाखून नोच लिए जाएंगे
बिप्लब देब ने एक कार्यक्रम में धमकी भरे अंदाज में कहा कि, 'मेरी सरकार में दखल देने वालों के नाखून नोच लिए जाएंगे'. उन्होंने कहा, 'बाजार में जो लौकी वाला सुबह 8 बजे ताजा लौकी लेकर आता है, 9 बजे तक उसमें लोग इतना नाखून मार देते हैं कि वह बेचने के लायक नहीं रहता. बाद में उसे किसी गाय को खिलाना पड़ता है, नहीं तो घर वापस ले जाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ऐसी नहीं होनी चाहिए की कोई भी आकर उसमें उंगली मार दे. कोई आकर नाखून लगा दे. जिन्होंने नाखून लगाया तो उसका नाखून निकाल दिया जाना चाहिए. मेरी सत्ता को कोई हाथ नहीं लगा सकता. सरकार का मतलब बिप्लब देब नहीं है. सरकार माने पब्लिक. मेरी जनता के ऊपर कोई हाथ नहीं लगा सकता है.'​

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com