डॉ. जाकिर नाईक (फाइल फोटो)
मुंबई:
केरल पुलिस और महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वाड ने शनिवार को कल्याण के बाज़ार पेठ इलाके से रिज़वान खान नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। रिज़वान पर केरल में एक नौजवान का जबरन धर्म परिवर्तन कराने और उसे आईएसआईएस में शामिल होने के लिये उकसाने का आरोप लगा है। कल्याण की एक अदालत ने उसे 25 जुलाई तक ट्रांजिट रिमांड में भेज दिया है। इससे पहले केरल पुलिस महाराष्ट्र एटीएस के साथ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के कर्मचारी अर्शिद कुरैशी को गिरफ्तार कर चुकी है।
दो दिनों पहले आईएसआईएस से संबंध नकारने के बावजूद विवादित धर्मगुरु ज़ाकिर नाईक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के गेस्ट रिलेशन अफसर अर्शिद कुरैशी को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया था। अर्शिद पर आईएसआईएस के लिये रंगरूट रिक्रूट करने का आरोप है। उसके बाद मुंबई से सटे कल्याण से रिज़वान खान की गिरफ्तारी हुई। उसपर भी वही आरोप हैं, इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिये नौजवानों को बरगलाने का। आईआरएफ का कहना है कि कुरैशी उनका कर्मचारी था, लेकिन इस्लामिक स्टेट से उसके जुड़े होने की खबर झूठी है। आईआरएफ के प्रवक्ता मंज़ूर शेख ने कहा, "उसने ऐसा कुछ नहीं किया है, ये मैं आपको कह सकता हूं। आप मीडिया वाले हैं, जरा सोचिये जो रिपोर्ट आपके सामने आई है उसका विश्लेषण कीजिये, रिज़वान खान हमसे जुड़े नहीं है। उनका सीधे या परोक्ष तरीके से भी हमसे कोई ताल्लुक नहीं है।"
केरल से 21 नौजवानों के लापता होने वालों की फेहरिस्त में 21 साल के बस्टिन और मेरिन उर्फ मरियम का भी नाम है, आरोप है कि रिज़वान उनकी शादी का गवाह है। लेकिन परिजनों का दावा है कि रिज़वान बेगुनाह है, पुलिस ने उसे जबरन फंसाया है। रिज़वान के वकील आईओ ख़ान ने कहा, "पिछले 3-4 दिनों से वो ग़ैरकानूनी हिरासत में है। उन्होंने उसे ग़ैरकानूनी तरीके से हिरासत में क्यों रखा इसके बारे में हम फिलहाल कुछ नहीं कह सकते। देखते हैं जब उसे 25 तारीख का एर्नाकुलम में अदालत के सामने पेश किया जाएगा। वो पूरी तरह से बेगुनाह हैं उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।"
अर्शिद और रिज़वान पर आरोप एक जैसे हैं, धर्म परिवर्तन के लिये उकसाने और IS से जुड़ने के लिये नौजवानों को बरगलाने के, महाराष्ट्र एटीएस और केरल पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में दोनों को गिरफ्तार किया है।
7/11 बम धमाके में आईआरएफ का नाम आया, फिर ढाका हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां डॉक्टर जाकिर नाईक को लेकर संजीदा हो गईं, अब इस्लामिक स्टेट से जुड़े होने के आरोप में उनके कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद लग रहा है कि नाईक पर कानूनी शिकंजा धीरे-धीरे ही सही मगर कसने लगा है।
दो दिनों पहले आईएसआईएस से संबंध नकारने के बावजूद विवादित धर्मगुरु ज़ाकिर नाईक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के गेस्ट रिलेशन अफसर अर्शिद कुरैशी को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया था। अर्शिद पर आईएसआईएस के लिये रंगरूट रिक्रूट करने का आरोप है। उसके बाद मुंबई से सटे कल्याण से रिज़वान खान की गिरफ्तारी हुई। उसपर भी वही आरोप हैं, इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिये नौजवानों को बरगलाने का। आईआरएफ का कहना है कि कुरैशी उनका कर्मचारी था, लेकिन इस्लामिक स्टेट से उसके जुड़े होने की खबर झूठी है। आईआरएफ के प्रवक्ता मंज़ूर शेख ने कहा, "उसने ऐसा कुछ नहीं किया है, ये मैं आपको कह सकता हूं। आप मीडिया वाले हैं, जरा सोचिये जो रिपोर्ट आपके सामने आई है उसका विश्लेषण कीजिये, रिज़वान खान हमसे जुड़े नहीं है। उनका सीधे या परोक्ष तरीके से भी हमसे कोई ताल्लुक नहीं है।"
केरल से 21 नौजवानों के लापता होने वालों की फेहरिस्त में 21 साल के बस्टिन और मेरिन उर्फ मरियम का भी नाम है, आरोप है कि रिज़वान उनकी शादी का गवाह है। लेकिन परिजनों का दावा है कि रिज़वान बेगुनाह है, पुलिस ने उसे जबरन फंसाया है। रिज़वान के वकील आईओ ख़ान ने कहा, "पिछले 3-4 दिनों से वो ग़ैरकानूनी हिरासत में है। उन्होंने उसे ग़ैरकानूनी तरीके से हिरासत में क्यों रखा इसके बारे में हम फिलहाल कुछ नहीं कह सकते। देखते हैं जब उसे 25 तारीख का एर्नाकुलम में अदालत के सामने पेश किया जाएगा। वो पूरी तरह से बेगुनाह हैं उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।"
अर्शिद और रिज़वान पर आरोप एक जैसे हैं, धर्म परिवर्तन के लिये उकसाने और IS से जुड़ने के लिये नौजवानों को बरगलाने के, महाराष्ट्र एटीएस और केरल पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में दोनों को गिरफ्तार किया है।
7/11 बम धमाके में आईआरएफ का नाम आया, फिर ढाका हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां डॉक्टर जाकिर नाईक को लेकर संजीदा हो गईं, अब इस्लामिक स्टेट से जुड़े होने के आरोप में उनके कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद लग रहा है कि नाईक पर कानूनी शिकंजा धीरे-धीरे ही सही मगर कसने लगा है।
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