महाराष्ट्र के सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख (फाइल फोटो)
मुंबई:
देश भर में 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद होने के बाद जहां लोग नकदी की कमी से जूझ रहे हैं, वहीं महाराष्ट्र के सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख के संगठन से जुड़ी एक कार से 91 लाख रुपये की नकदी पकड़ी गई. हालांकि देशमुख का कहना है कि उनके पास पाई-पाई का हिसाब है और इसे साबित करने के लिए दस्तावेज मौजूद हैं.
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों से पहले नकदी के बड़े लेन-देन की धरपकड़ के लिए राज्य चुनाव आयोग के अधिकारी कई जगह छापे मारे रहे हैं. इसी दौरान देशमुख के लोकमंगल समूह की कार से बड़ी मात्रा में 1000-1000 के नोट बरामद किए गए. यह समूह कई सहकारी बैंक और चीनी कारखाने चलाता है और साथ ही चैरीटी के काम से भी जुड़ा है.
इस संबंध में देशमुख ने कहा कि वह जांच के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, 'मैं आयकर जांच के लिए तैयार हूं. ये 91 लाख रुपये (सहकारी) बैंक की ही गाड़ी से दूसरे बैंक ले जाए जा रहे थे.' हालांकि विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी उनके जवाब से संतुष्ठ नहीं और उन्होंने देशमुख को बर्खास्त करने तथा सत्ताधारी बीजेपी के दूसरे नेताओं के खिलाफ भी जांच की मांग की है. आपको बता दें कि इससे पहले भी राज्य में एक बीजेपी विधायक के भाई के पास से कथित रूप से पुराने नोटों में 6 करोड़ रुपये पकड़े गए थे.
गौरतलब है कि काले धन पर अंकुश के मकसद से सरकार ने पिछले हफ्ते अचानक ही 500 और 1000 रुपये के नोट पर पाबंदी लगा दी थी, जिसके बाद से नकद रुपये निकालने के लिए देश भर में बैंकों और एटीएम पर लोगों की भारी भीड़ है.
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों से पहले नकदी के बड़े लेन-देन की धरपकड़ के लिए राज्य चुनाव आयोग के अधिकारी कई जगह छापे मारे रहे हैं. इसी दौरान देशमुख के लोकमंगल समूह की कार से बड़ी मात्रा में 1000-1000 के नोट बरामद किए गए. यह समूह कई सहकारी बैंक और चीनी कारखाने चलाता है और साथ ही चैरीटी के काम से भी जुड़ा है.
इस संबंध में देशमुख ने कहा कि वह जांच के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, 'मैं आयकर जांच के लिए तैयार हूं. ये 91 लाख रुपये (सहकारी) बैंक की ही गाड़ी से दूसरे बैंक ले जाए जा रहे थे.' हालांकि विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी उनके जवाब से संतुष्ठ नहीं और उन्होंने देशमुख को बर्खास्त करने तथा सत्ताधारी बीजेपी के दूसरे नेताओं के खिलाफ भी जांच की मांग की है. आपको बता दें कि इससे पहले भी राज्य में एक बीजेपी विधायक के भाई के पास से कथित रूप से पुराने नोटों में 6 करोड़ रुपये पकड़े गए थे.
गौरतलब है कि काले धन पर अंकुश के मकसद से सरकार ने पिछले हफ्ते अचानक ही 500 और 1000 रुपये के नोट पर पाबंदी लगा दी थी, जिसके बाद से नकद रुपये निकालने के लिए देश भर में बैंकों और एटीएम पर लोगों की भारी भीड़ है.
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