पुलिस की हिरासत में हेडली (फाइल फोटो)
- यह बात हेडली पर किताब लिखने वाले एक पत्रकार ने कही.
- हेडली 26 नवंबर को मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले की साजिश में संलिप्त था.
- लेखक करण सोरेनसन ने टाइम्स लिटफेस्ट में यह बात कही.
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मुंबई:
लश्कर-ए-तय्यबा के सदस्य डेविड कोलमन हेडली की गिरफ्तारी के बाद अमेरिका में एजेंसियों ने महसूस किया कि गोरी चमड़ी वाले लोग भी आतंकवाद में संलिप्त हो सकते हैं. यह बात हेडली पर किताब लिखने वाले एक पत्रकार ने कही.
हेडली 26 नवंबर को मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले की साजिश में संलिप्त था.
डेनिश पत्रकार और ‘ए माइंड ऑफ ए टेररिस्ट’ के लेखक करण सोरेनसन ने टाइम्स लिटफेस्ट में यह बात कही. यह पुस्तक हेडली पर लिखी गई है. सुरक्षा विशेषज्ञ मारूफ रजा ने संवाद सत्र का संचालन किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हेडली 26 नवंबर को मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले की साजिश में संलिप्त था.
डेनिश पत्रकार और ‘ए माइंड ऑफ ए टेररिस्ट’ के लेखक करण सोरेनसन ने टाइम्स लिटफेस्ट में यह बात कही. यह पुस्तक हेडली पर लिखी गई है. सुरक्षा विशेषज्ञ मारूफ रजा ने संवाद सत्र का संचालन किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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