मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने के बाद सात युवकों के समूह को ग्रामीणों ने बच्चा चोर गिरोह के सदस्य समझा और उन्हें पीट-पीटकर घायल कर दिया. पुलिस ने भीड़ की इस हिंसा पर नौ लोगों को हत्या के प्रयास के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया. खरगोन के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि सात युवकों का समूह रविवार को फ्रैंडशिप डे पर इंदौर से महेश्वर घूमने गया था. वापसी में रात को इनकी कार राष्ट्रीय राजमार्ग से रास्ता भटककर खरगोन जिले के भुवन तलाई गांव पहुंच गयी.
उन्होंने बताया, "जब ये युवक कार से उतरकर इंदौर का रास्ता पूछने लगे, तब ग्रामीणों की भीड़ ने इन्हें घेर लिया. तभी किसी व्यक्ति ने शोर मचा दिया कि ये युवक बच्चा चोर गिरोह से जुड़े हैं. इस पर ग्रामीणों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया." पांडेय ने बताया, ‘‘जब पुलिस को सूचना मिली, तो उसने मौके पर पहुंचकर घायल युवकों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया.''
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उन्होंने बताया कि घटना में घायल युवकों को मेडिकल जांच के बाद इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल भेजा गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि युवकों से मारपीट करने वाली हिंसक भीड़ में शामिल 12 लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और अन्य संबद्ध प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. इनमें से नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
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गौरतलब है कि खरगोन जिले के सोशल मीडिया समूहों पर बच्चा चोरी की अफवाहों का फैलाव रोकने के लिये पुलिस ने कुछ दिन पहले ऑनलाइन परामर्श भी जारी किया था. इसके बावजूद वहां बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ की हिंसा की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं