अस्पताल ने लापरवाही से इनकार किया है
रायपुर:
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में अस्पताल की कथित लापरवाही की तस्वीर ने पूरे समाज को शर्मसार कर दिया है. जिला अस्पताल में भर्ती एक लावारिस मरीज के घाव में चीटियां लग गईं, दो दिन बाद उसकी मौत हो गई. ये मरीज़ करीब एक सप्ताह पहले मनेन्द्रगढ़ के सरकारी अस्पताल के बाहर गंभीर हालत में पड़ा हुआ था. स्थानीय विधायक ने इसे देखा तो वहां के स्टाफ को फटकार लगाई और इसे अस्पताल में भर्ती कराया. प्राथमिक उपचार के बाद मरीज को बैकुंठपुर के लिए रिफर कर दिया गया; जिला अस्पताल में मरीज को भर्ती तो कर लिया गया, लेकिन मरीज की कोई पहचान न होने के कारण उसके उपचार और देखरेख में प्रबंधन लापरवाह रहा. हद तो तब हो गई जब मरीज के घाव में चीटियां तक लग गईं.
अस्पताल ने मामले में लापरवाही से तो इनकार किया लेकिन ये माना कि हो सकता है ग्लूकोज़ चढ़ाने की वजह से चीटियां आ गई हों. आरएमओ डॉ. मुकेश कुमार ने कहा, 'हो सकता है बारिश के दिन हैं, बारिश के दिन में चीटियां तो घर में भी मिल जाती हैं. हो सकता है एक दो चींटी आ गई होगी क्योंकि वहां अटेंडेंट नहीं था और एक ही मरीज पर ज्यादा ध्यान नहीं दे सकते हम. चीटियां उसके हाथ के आसपास थीं जब ग्लूकोज़ चढ़ाते हैं, ग्लूकोज़ मतलब मीठा चीज़ होता है इसलिये हो सकता है एक दो चीटियां आ गई हों. लापरवाही आप अपने स्तर से कह सकते हैं, हमारे स्तर से कोई लापरवाही नहीं हुई है.'
वहीं सीएमओ एसके गुप्ता ने बताया कि कोरिया ज़िला मुख्यालय में स्थित इस अस्पताल में कोरबा, सूरजपुर, प्रेमपुर ज़िले से भी मरीज़ आते हैं. उनका कहना था कि औसतन ओपीडी में लगभग 400 मरीज़ आते हैं लेकिन बरसात में उनकी संख्या बढ़ जाती है. अस्पताल में 100 मरीज़ों को भर्ती करने की क्षमता है लेकिन मंगलवार को 179 मरीज़ों को भर्ती किया गया था जिसके लिये अस्पताल में पदस्थ 22 डॉक्टर और 28 नर्सें नाकाफी हैं. हम आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले से अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आष्युमान भारत योजना के तहत पहले वेलनेस सेंटर का उद्घाटन किया था.
अस्पताल ने मामले में लापरवाही से तो इनकार किया लेकिन ये माना कि हो सकता है ग्लूकोज़ चढ़ाने की वजह से चीटियां आ गई हों. आरएमओ डॉ. मुकेश कुमार ने कहा, 'हो सकता है बारिश के दिन हैं, बारिश के दिन में चीटियां तो घर में भी मिल जाती हैं. हो सकता है एक दो चींटी आ गई होगी क्योंकि वहां अटेंडेंट नहीं था और एक ही मरीज पर ज्यादा ध्यान नहीं दे सकते हम. चीटियां उसके हाथ के आसपास थीं जब ग्लूकोज़ चढ़ाते हैं, ग्लूकोज़ मतलब मीठा चीज़ होता है इसलिये हो सकता है एक दो चीटियां आ गई हों. लापरवाही आप अपने स्तर से कह सकते हैं, हमारे स्तर से कोई लापरवाही नहीं हुई है.'
वहीं सीएमओ एसके गुप्ता ने बताया कि कोरिया ज़िला मुख्यालय में स्थित इस अस्पताल में कोरबा, सूरजपुर, प्रेमपुर ज़िले से भी मरीज़ आते हैं. उनका कहना था कि औसतन ओपीडी में लगभग 400 मरीज़ आते हैं लेकिन बरसात में उनकी संख्या बढ़ जाती है. अस्पताल में 100 मरीज़ों को भर्ती करने की क्षमता है लेकिन मंगलवार को 179 मरीज़ों को भर्ती किया गया था जिसके लिये अस्पताल में पदस्थ 22 डॉक्टर और 28 नर्सें नाकाफी हैं. हम आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले से अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आष्युमान भारत योजना के तहत पहले वेलनेस सेंटर का उद्घाटन किया था.
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