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महाकाल की नगरी में मुर्हरम पर बवाल, बैरिकेड तोड़ने पर लाठीचार्ज, पुलिस के दो जवान जख्मी, 16 पर केस

मध्य प्रदेश के उज्जैन में मोहर्रम का जुलूस निकालने के दौरान बड़ा बवाल हो गया. यहां तय रूट को छोड़ घोड़ा निकालने के लिए मुस्लिमों ने बैरिकेड तोड़े तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया.

महाकाल की नगरी में मुर्हरम पर बवाल, बैरिकेड तोड़ने पर लाठीचार्ज, पुलिस के दो जवान जख्मी, 16 पर केस
  • उज्जैन में मोहर्रम के जुलूस के दौरान बैरिकेड तोड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
  • घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
  • जीवाजीगंज पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें मुख्य आरोपी लल्ला शामिल है.
  • पुलिस द्वारा निर्धारित रूट पर जुलूस निकालने के लिए समाज ने सहमति दी थी, लेकिन उसे तोड़ा गया.
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उज्‍जैन:

महाकाल की नगरी मध्य प्रदेश के उज्जैन में मुहर्रम का जुलूस निकालने के दौरान बड़ा बवाल हो गया. यहां तय रूट को छोड़ घोड़ा निकालने के लिए मुस्लिमों ने बैरिकेड तोड़े तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए है. मामले में रविवार को जीवाजीगंज पुलिस ने 16 लोगों केस दर्ज कर दिया. मालूम हो कि उज्जैन में मुहर्रम के 9वें दिन मुस्लिम लोगों द्वारा सामूहिक रूप से घोड़ा (जुलूस) निकाला जाता है. इसी परंपरा के चलते शनिवार रात बेगमबाग निवासी इरफान खान उर्फ लल्ला का भी घोड़ा निकल रहा था. लेकिन लल्ला और उसके साथी जुलूस लेकर खजुरवाली मस्जिद से तय मार्ग निकास चौराहा की ओर जाने के बजाए अब्दाल पूरा की ओर जाने का प्रयास करने लगे.

पुलिस द्वारा रोकने के बावजूद उन्होंने बैरीकेड भी तोड़कर जाने का प्रयास किया. इस दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. नतीजतन घोड़ा गिर गया और लल्ला व उसके साथी घोड़ा छोड़कर भाग गए. 

सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की खोज 

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मोहर्रम पर्व को देखते हुए 10 दिन में दो बार मुस्लिम समाज की बैठक लेकर जुलूस के लिए रूट तय किया गया था. समाजजनों ने सहमति देकर साइन भी किए थे. बावजूद लल्ला और उसके साथियों ने जान बूझकर दूसरे रूट पर बैरीकेड तोड़ जुलूस ले जाने का प्रयास किया. इससे पुलिसकर्मी घायल हुए और हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. मामले में लल्‍ला समेत 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. अब सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी करेंगे. 

पदाधिकारी ने मानी गलती 

खास बात यह है कि घटना को लेकर सीरत कमेटी के सह सचिव एडवोकेट मकसूद अली ने समाज जनों को दोषी बताया. उन्‍होंने कहा कि बैठक में  पुलिस ने रूट तय बॉन्ड भरवाए थे. रूट चेंज के बारे में बताना था. इसलिए गलती समाज जनों की है और जिम्मेदारों के खिलाफ के दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए. 

(उज्जैन से ललित जैन की रिपोर्ट)

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