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This Article is From Apr 06, 2019

UPSC Result: पेट्रोल पंप कर्मचारी के बेटे ने हासिल की 93वीं रैंक, बेटे की पढ़ाई के लिए पिता ने बेच दिया था घर

प्रदीप ने कहा- बचपन से ही सपना था कि कुछ कर दिखाऊं. जब बीकॉम ऑनर्स में एडमिशन लिया था, तभी से सपना था कि कुछ बनना है.

UPSC Result: पेट्रोल पंप कर्मचारी के बेटे ने हासिल की 93वीं रैंक, बेटे की पढ़ाई के लिए पिता ने बेच दिया था घर
UPSC में 93वीं रैंक हासिल करने वाले प्रदीप के पिता मनोज
भोपाल:

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा- 2018 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया. इंदौर के देवास नाका क्षेत्र में रहने वाले पेट्रोल पंप कर्मचारी मनोज सिंह के पुत्र प्रदीप ने ऑल इंडिया 93वीं रैंक हासिल की है. डीएवीवी के इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज से 2017 में बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई पूरी करने वाले प्रदीप ने फर्स्ट अटेंप्ट में ही यह परीक्षा पास की है.  प्रदीप ने कुछ समय पहले दिल्ली में कोचिंग भी की थी. परिवार में दो भाई और मां अनीता हैं. प्रदीप ने कहा- बचपन से ही सपना था कि कुछ कर दिखाऊं. जब बीकॉम ऑनर्स में एडमिशन लिया था, तभी से सपना था कि कुछ बनना है.

प्रदीप के पिता मनोज का कहना है कि मेरे लिए आज का दिन कभी नहीं भूलने वाला दिन है. उन्‍होंने कहा, 'कुछ साल पहले मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी कि बेटा देश में नाम रोशन करेगा. मैं बहुत खुश हूं.' उनका कहना है कि 'मैं इंदौर के एक पेट्रोल पंप पर काम करता हूं. मैं हमेशा अपने बच्‍चों को शिक्षित बनाना चाहता था ताकि वो जीवन में अच्‍छा कर सकें. प्रदीप ने मुझसे कहा था कि वह यूपीएससी की तैयारी करना चाहता है लेकिन हमारे पास पैसे नहीं थे. इसलिए मैंने हमारा घर बेच दिया. यह बहुत संघर्षपूर्ण यात्रा रही है.'

UPSC में पास होने वाली केरल की पहली आदिवासी महिला बनीं श्रीधन्या सुरेश

बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सर्विस का फाइनल रिजल्ट (UPSC Result 2019)  शुक्रवार शाम जारी किया गया. परीक्षा का रिजल्ट (UPSC Civil Services Result) UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in पर जारी किया गया है. आईएएस, आईपीएस और आईएफएस आदि पदों पर नियुक्ति के लिए कुल 759 अभ्यर्थियों के नाम घोषित किये हैं जिनमें 577 पुरुष और 182 महिलाएं हैं. पहले स्थान पर कनिष्क कटारिया के बाद दूसरे स्थान पर अक्षत जैन हैं. आईआरएस की ट्रेनिंग ले रहे जुनैद अहमद ने देश भर में तीसरा रैंक हासिल किया है. वहीं पांचवें स्थान पर रहीं सृष्टि जयंत देशमुख देशभर की महिलाओं में पहले नंबर पर हैं.

टॉपर Kanishak Kataria ने माता-पिता और गर्लफ्रेंड को दिया अपनी सफलता का श्रेय
UPSC सिविल परीक्षा में कनिष्क कटारिया (Kanishak Kataria) ने टॉप किया है. ANI से बातचीत में कनिष्क कटारिया (Kanishak Kataria) ने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्यजनक क्षण है. मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं पहली रैंक हासिल करूंगा. मैं अपने माता-पिता, बहन और प्रेमिका को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे नैतिक समर्थन दिया. लोग मुझसे एक अच्छा प्रशासक बनने की उम्मीद करेंगे और यही मेरा इरादा है. कनिष्क कटारिया ने वैकल्पिक विषय के रूप में गणित के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की. उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है.

पांचवें प्रयास में जुनैद को मिली तीसरी रैंक, सफलता की कहानी, उन्हीं की जुबानी
फरीदाबाद में ट्रेनी रेवेन्यू अफसर जुनैद अहमद इस साल की सिविल सेवा परीक्षा में तीसरे स्थान पर रहे हैं. जुनैद को पांचवीं कोशिश में यह सफलता हाथ लगी है.पिछले साल  352 वीं रैंक आने पर जुनैद को रेवेन्यू सर्विस मिली थी. उत्तर प्रदेश के बिजनौर से आने वाले जुनैद 2014  से इस परीक्षा की तैयारी में जुटे थे और शुरुआती असफलता से  वे निराश भी हुए.एनडीटीवी से बातचीत में जुनैद बताते हैं कि NCERT को उन्होंने अपनी तैयारी का आधार स्तंभ बताया. चाहे बात जनरल स्टडीज की हो या ऑप्शनल सब्जेक्ट्स की, बेसिक तैयारी उन्होंने NCERT से ही की. जुनैद का ऑप्शनल सब्जेक्ट जियोग्राफी था. उनका मानना है कि एक बार आप NCERT कवर कर लेते हैं तो आपका बेस बन जाता है. उसके बाद आपको करंट अफेयर्स पर फोकस करना चाहिए. इसके लिए जुनैद  द हिन्दू और इंडियन एक्सप्रेस पढ़ते थे. ऑप्शनल जियोग्राफी के लिए उन्होंने मजीद हुसैन की किताब भी पढ़ी. यानीं पहले NCERT को कवर करना फिर रेफरेंस बुक का उन्होंने सहारा लिया.

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