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This Article is From Dec 10, 2019

इस राज्‍य में जैन, गुजराती और सिंधी समाज ने प्री-वेडिंग शूट पर लगाया बैन

दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष प्रमोद हिमांशु जैन ने कहा, 'हमारे धार्मिक गुरु अक्सर अपने प्रवचनों में प्री-वेडिंग फोटो-शूट और डांस प्रशिक्षण को लेकर आपत्ति जताते रहे हैं. गुरुओं ने इसे अभद्रता माना है.

इस राज्‍य में जैन, गुजराती और सिंधी समाज ने प्री-वेडिंग शूट पर लगाया बैन
प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
भोपाल:

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में प्री-वेडिंग शूट, कोरियाग्राफी पर जैन, गुजराती और सिंधी समाज ने रोक लगा दी है. इनका मानना है कि लोग शादी को यादगार बनाने के लिए यह सब करते हैं लेकिन जब शादी से पहले ही रिश्ते टूट जाते हैं तो पूरे परिवार को शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है. समाज का तर्क है कि ये सब उनकी संस्कृति के खिलाफ है और इसकी वजह से समाज में कई तरह की समस्या हो रही है. इसके लिये बाकायदा एक परिपत्र जारी किया जा रहा है, नहीं मानने पर सामाजिक बहिष्कार की भी धमकी है. जैन समाज ने तो बारात में महिलाओं के डांस पर भी पाबंदी लगाने की बात कही है. गुजराती समाज के राष्ट्रीय महामंत्री संजय पटेल ने कहा कार्यकारिणी ने निर्णय लिया है इस परंपरा को रोकें, महिला संगीत के नाम पर कोरियाग्राफर की जो एंट्री हो रही है उसकी जगह पारंपरिक नृत्य को बढ़ावा दें. शादी से पहले फोटो शूट कराना गलत है. अमीर लोग इस खर्च को वहन कर लेते हैं लेकिन जो मध्यम वर्ग है उसमें देखा देखी के लिये बोझ आता है. इस दौरान अगर सगाई टूट जाए तो उसपर क्या गुजरती है ये भी सोचना चाहिये.

वहीं दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष प्रमोद हिमांशु जैन ने कहा, 'हमारे धार्मिक गुरु अक्सर अपने प्रवचनों में प्री-वेडिंग फोटो-शूट और डांस प्रशिक्षण को लेकर आपत्ति जताते रहे हैं. गुरुओं ने इसे अभद्रता माना है. इसी को लेकर जैन समाज ने भी इन दोनों चीजों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. अब जैन समाज में न तो प्री-वेडिंग फोटो-शूट होंगे और न ही किसी पुरुष डांस-ट्रेनर को महिलाओं के कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति मिलेगी.'

वहीं भोपाल सिंधी पंचायत के अध्यक्ष भगवान देव इसराणी ने कहा कि हम लोग भी इस तरह का निर्णय लेने के लिए जल्द ही समाज की बैठक करेंगे. हमने प्रस्ताव तैयार कर लिया है. हालांकि समाज के इस फैसले से युवा कुछ खास इत्तेफाक नहीं रखते, लेकिन कुछ अभिभावकों को लगता है फैसला बिल्कुल सही है.

वैभव अग्रवाल ने कहा प्री वेडिंग शूट गलत परंपरा है. सामान्य वर्ग इतना खर्च सहन नहीं कर सकता. नई पीढ़ी समझ नहीं पा रही है जो पुराने रिश्ते हैं उससे समाज चल रहा है. इससे रिश्ता बना रहता है, टूटता नहीं है. वहीं छात्र प्रियंका शर्मा ने कहा उनकी सोच गलत है, प्री वेडिंग से एक दूसरे को जानने का मौक़ा मिलता है. वहीं सोहराब कुरैशी ने कहा ये लड़का लड़की को समझने के लिये होता है, इसमें क्या गलत है.

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