मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने पूर्व समकक्ष और कांग्रेस नेता कमलनाथ को “COVID-19 से बड़ी समस्या”कहा. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक चौहान ने कार्यालय में 100 दिन पूरे करने पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "क्या कमलनाथ COVID-19 से लड़ने में सक्षम हैं? वह मध्य प्रदेश में COVID -19 की तुलना में एक बड़ी समस्या है. हमने इस संकट का अच्छी तरह से मुकाबला किया." मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने विभिन्न योजनाओं के तहत मध्य प्रदेश में गरीबों के खातों में 40,000 करोड़ रुपये जमा किए हैं. क्या कमलनाथ ने यह पैसा लगाया है. कमलनाथ ने राज्य में हर जनकल्याणकारी योजना को बंद कर दिया था. हमने इस संकट में भी किसानों की उपज खरीदने के लिए व्यवस्था की. चौहान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री किसानों की ऋण चुकाने के बारे में झूठ बोलते हैं. सीएम ने कहा, "कमलनाथ ने बीमा प्रीमियम का भुगतान नहीं किया. मैंने सरकार बनाते ही प्रीमियम का भुगतान किया और किसानों के खातों में 2,990 करोड़ रुपये का बीमा जमा कराया."
बता दें कि मार्च के अंत में कोरोनावायरस लॉकडाउन की घोषणा से ठीक पहले चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं. कमलनाथ की कांग्रेस सरकार बहुमत खोने के बाद गिर गई थी. तभी से दोनों कोरोनोवायरस महामारी के बीच जुबानी जंग में लगे हुए हैं. इस सप्ताह शिवराज चौहान के मंत्रिमंडल विस्तार स्पष्ट रूप से ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्ष में चला गया, यह 49 वर्षीय नेता अपने 22 समर्थकों के साथ मार्च में कांग्रेस से बीजेपी में आ गए थे जिससे कमलनाथ सरकार गिर गई थी.
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के आशीर्वाद से सिंधिया के समर्थकों को 11 मंत्री पद हासिल हुए लेकिन इससे भाजपा में भी एक तरह का विद्रोह हुआ है. राज्य की राजनीति की परख रखने वाले जानकारों ने अनुमान लगाया है कि चौहान और सिंधिया के बीच प्रतिद्वंद्विता कैसे होगी. नए नेता के स्वागत के लिए एक रैली में, मुख्यमंत्री ने उनकी तुलना रामायण में रावण के भाई "विभीषण" से की थी, जिसे उसके परिवार के खिलाफ जाने के लिए दोषी ठहराया गया था.
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