मध्यप्रदेश के जबलपुर में चरगवां रोड पर घुघरी गांव के पास मंगलवार को सुबह आठ बजे एक मिनी ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया. हादसे में ट्रक में सवार 35 मजदूर घायल हो गए. सभी घायलों को पुलिस कर्मी मेडिकल लेकर पहुंचे तो वहां स्ट्रेचर तक नहीं मिला. ऐसे में पुलिस कर्मियों ने पीठ व गोद में उठाकर घायलों को कैजुअल्टी तक पहुंचाया. इनमें शामिल थे 57 साल के एएसआई संतोष सेन.
सन 2006 में नरसिंहपुर में एक बदमाश के साथ मुठभेड़ में गोली लगने से संतोष सेन एक हाथ ढंग से काम नहीं करता, फिर भी जबलपुर में सड़क हादसे में घायल मज़दूरों को कंधे पर लादकर उन्होंने अस्पताल के अंदर तक दौड़ लगा दी.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर कहा-संतोष जी युवा पुलिस कर्मियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. उनके जैसे लोग समाज को दिशा दिखाने का कार्य करते हैं. मैं उनके जज्बे को प्रणाम करता हूं. उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और हार्दिक अभिनंदन करता हूं.
एएसआई संतोष सेन पर पूरे मध्यप्रदेश को गर्व है!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 18, 2020
संतोष जी युवा पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके जैसे लोग समाज को दिशा दिखाने का कार्य करते हैं। मैं उनके जज़्बे को प्रणाम करता हूँ, उन्हें शुभकामनाएँ देता हूँ और हार्दिक अभिनंदन करता हूँ। pic.twitter.com/23eEsAQ9xt
वहीं बुधवार को आईजी भगवत सिंह चौहान ने एएसआई संतोष सेन सहित पांचों पुलिस कर्मियों को प्रशंसा पत्र देते हुए एक-एक हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया.
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