मध्यप्रदेश के मंदसौर जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर शामगढ़ में सेतु विकास निगम के एक ब्रिज के निर्माण कार्य में लगे 18 मजदूर लॉकडाउन के बाद से ही परेशान है. इन्हें खाने पीने की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है. इन्होंने कभी स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद से कुछ दिन प्याज और चावल के सहारे निकाले तो कई बार फसल कटने के बाद खेतों में बची फसल बिन कर खाने को मजबूर हुए, अब ये योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगा रहे हैं कि इन्हें किसी तरह वापस इन के घर पहुंचाया जाए.
उनका यह भी आरोप है कि ठेकेदार द्वारा इनकी मदद नहीं की जा रही है. इनकी मजदूरी के एक माह के पैसे भी ठेकेदार द्वारा नहीं चुकाया जा रहे हैं. फुल टाइम पर काम करने का दबाव बनाया जा रहा है. हालांकि मामला मीडिया में आने के बाद आज ठेकेदार ने इन्हें पांच-पांच सो रुपए राशन के लिए दिए हैं. गोरखपुर के पास खुशीनगर जिले के रहने वाले गौतम का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान ठेकेदार ने उनकी कोई मदद नहीं की.
मजदूर दीपक तिवारी ने बताया कि खाने की बहुत समस्या है किसी तरह से एक समय के भोजन का प्रबंध हो पाता है. प्याज और चावल के सहारे दिन निकाल रहे हैं. पहले कुछ संस्थाओं से एक समय का भोजन आता था लेकिन उसे भी ठेकेदार ने बंद करवा दिया है अब भोजन के लिए काफी परेशान हो रहे हैं और अपने घर जाना चाहते हैं योगी आदित्यनाथ से भी गुहार लगा रहे हैं कि किसी भी तरह से उन्हें अपने घर भेजने का प्रबंध किया जाए.
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