मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के कुबेरेश्वर धाम में लगातार लोगों की मौत की सूचना मिल रही है. गुरुवार को महाराष्ट्र की मंगला बाई की मौत की पुष्टि हुई थी. अब दो और मौत की सूचना मिल रही है. दो दिन के दौरान दो महिलाओं समेत तीन मौतें हो चुकी हैं, जबकि अनेक लोग बीमार हुए हैं और कई लोग अपनों से बिछड़ गए हैं. ऐसे में रुद्राक्ष वितरण रोक दिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, रुद्राक्ष महोत्सव में अव्यवस्था और भगदड़ जैसी स्थिति के चलते 50 साल की महिला और तीन साल के बच्चे को जान गंवानी पड़ी हैं. कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव में जलगांव के विवेक विनोद भट्ट पत्नी और दो बेटों के साथ गुरुवार को आए थे.
भट्ट ने बताया कि 3 साल के बेटे अमोघ भट्ट की तबीयत पहले से थोड़ी खराब थी. गाड़ी की सुविधा नहीं होने से हम पैदल ही आए. रास्ते में बच्चे की तबीयत और बिगड़ गई. उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां ICU में भर्ती कर लिया गया. शुक्रवार सुबह डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
आयोजकों की ओर से यहां रुद्राक्ष का निशुल्क वितरण किया जा रहा था, जिसके चलते 16 से 22 फरवरी के बीच बड़ी संख्या में देशभर से लोगों की भीड़ कथावाचक प्रदीप मिश्रा के सीहोर जिले स्थित कुबेरेश्वर धाम में उमड़ी. कुबेरेश्वर धाम में अपर्याप्त इंतजामों के चलते श्रद्धालुओं को खुले आसमान, खेतों, पेट्रोल पंपों और यहां तक कि रेलवे स्टेशन पर भी डेरा डालने को मजबूर होना पड़ा. हालांकि अब भीड़ कम हो गई है.
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