रायपुर/बलरामपुर:
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने अपनी बच्ची का दाखिला जिले के ही सरकारी स्कूल में कराया है. इससे माना जा रहा है कि अब बलरामपुर जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षा स्तर में सुधार होगा. अवनीश कुमार शरण हमेशा से ही शिक्षा के स्तर को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं. इन्होंने न तो कभी शिक्षा में लापरवाही बर्दाश्त की और न ही कभी शिक्षकों को कोताही बरतने दी है. इसे लेकर वे राजधानी में भी अपनी पदस्थापना के दौरान सुर्खियों में रहे हैं. शरण ने कहा, "ये बात मीडिया के लिए एक खबर हो सकती है, लेकिन मेरे लिए तो सिर्फ एक कर्तव्य है. इस पहल से हो सकता है लोग सरकारी स्कूलों की शिक्षा से जुड़ें."
उन्होंने कहा कि बलरामपुर में हाल ही में शुरू हुए प्रज्ञा प्राथमिक शाला में अपनी बेटी वेदिका शरण का पहली कक्षा में एडमिशन कराया है. इससे पहले उन्होंने अपनी बच्ची को एक साल तक आंगनबाड़ी में पढ़ने के लिए भेजा था.
बताया जा रहा है कि जिले में नए खुले प्रज्ञा प्राइमरी स्कूल में हाइटेक तरीके से बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था है. कमरों में एलईडी मॉनीटर लगे हैं. शिक्षक भी हाइटेक पढ़ाई के लिए प्रशिक्षित हैं. जिले के छह ब्लॉक में इसी तर्ज पर स्कूल खोले जाने की योजना प्रदेश सरकार की है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि बलरामपुर में हाल ही में शुरू हुए प्रज्ञा प्राथमिक शाला में अपनी बेटी वेदिका शरण का पहली कक्षा में एडमिशन कराया है. इससे पहले उन्होंने अपनी बच्ची को एक साल तक आंगनबाड़ी में पढ़ने के लिए भेजा था.
बताया जा रहा है कि जिले में नए खुले प्रज्ञा प्राइमरी स्कूल में हाइटेक तरीके से बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था है. कमरों में एलईडी मॉनीटर लगे हैं. शिक्षक भी हाइटेक पढ़ाई के लिए प्रशिक्षित हैं. जिले के छह ब्लॉक में इसी तर्ज पर स्कूल खोले जाने की योजना प्रदेश सरकार की है.
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