मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खंडवा जिले के मूंदी गांव निवासी जम्मू कश्मीर में पोस्टेड ITBP के जवान अमित सिंह के परिवार के 16 अगस्त को खंडवा के हनुमंतिया डेम पर घूमने के दौरान मौजूद स्टाफ़ व सुरक्षाकर्मियों के साथ धक्कामुक्की व मारपीट की घटना की निष्पक्ष जांच के आदेश दिये है. जवान अमित सिंह द्वारा फ़ेसबुक पर लिखी पोस्ट द्वारा एमपी सरकार से न्याय मांगने पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए यह क़दम उठाया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश के हर नागरिक को सुरक्षा देना सरकार का प्रथम कर्तव्य है.
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जवान अमित सिंह से भी उन्होंने कहा कि वे चिंता ना करें. आपके परिवार को भी पूरी सुरक्षा देना सरकार का कर्तव्य है. किसी के साथ भी मेरी सरकार में अन्याय नही होगा और ना अन्याय को किसी भी प्रकार का संरक्षण मिलेगा. मुख्यमंत्री ने खंडवा ज़िला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि जवान अमित सिंह के परिवार के साथ हुई घटना की निष्पक्ष जांच हो. किसी के साथ भी अन्याय ना हो. किसी निर्दोष पर कोई ग़लत कार्रवाई ना हो. इस बात का विशेष ध्यान रखा जावे. जो भी कार्रवाई हो, निष्पक्ष जांच के उपरांत ही हो.
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आपको बता दें कि एक दिन पहले ही आईटीबीपी जवान अमित सिंह ने फेसबुक पोस्ट के जरिये राज्य की पुलिस को धमकी दी थी और न्याय की गुहार लगाई थी. उन्होंने लिखा था, 'मेरे साथ और मेरे भाई के साथ न्याय करेें. नया पान सिंह तोमर बनने के लिये मुझे बंदूक चलाने की ट्रेनिंग लेने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.' इसके बाद सरकार हरकत में आई मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरी घटना की जांच के आदेश दिये.
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