छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को अपने ही मंत्री टीएस सिंहदेव की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है
नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ राज्य कांग्रेस में संकट का मामला पार्टी हाईकमान की परेशानी बढ़ा रहा है राज्य के 50 से अधिक विधायकों ने लीडरशिप मुद्दे पर शु्क्रवार को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal)से मुलाकात की. ज्यादातर विधायक, मौजूदा सीएम भूपेश बघेल के प्रति समर्थन जताने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. छत्तीसगढ़ के इस संकट में राज्य के सीएम भूपेश बघेल को अपने ही मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singh Deo) की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.बघेल और सिंहदेव, दोनों ने ही इसी सप्ताह राहुल गांधी से भेंट की थी. दोनों ही नेताओं ने कहा था कि पार्टी आलाकमान जो भी फैसला लेगा, हमें मंजूर होगा.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस संकट को लेकर अब तक का घटनाक्रम
- छत्तीसगढ़ कांग्रेस के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने NDTV से बातचीत में कहा, 'पिछले ढाई साल में भूपेश बघेल सरकार ने काफी अच्छा काम किया है आज दो करोड़ से ज्यादा छत्तीसगढ़ की जनता, किसान, आदिवासी समुदाय और दूसरे समुदाय के लोग भूपेश बघेल के साथ हैं.'
- उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि भूपेश बघेल 5 साल तक मुख्यमंत्री रहें. ढाई साल में लीडरशिप चेंज का सवाल नहीं उठता है.यह कोई दो पार्टियों की मिली जुली सरकार नहीं है. जनादेश कांग्रेस पार्टी को मिला था. भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने रहें यह हम चाहते हैं.'
- छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने NDTV से बातचीत में इस 'संकट' के पीछे अडानी-अंबानी के होने के आरोप लगाया. भगत ने कहा, 'यह सब अडानी और अंबानी का खेल है. इसे मीडिया में मुद्दा बनाकर सरकार को डिस्टर्ब किया जा रहा है. इससे पहले झारखंड में, मध्यप्रदेश में और राजस्थान में भी कोशिश हो चुकी है.'भूपेश बघेल अच्छा काम कर रहे हैं. उनकी सरकार 5 साल चलनी चाहिए. छत्तीसगढ़ में सरकार में बदलाव की जरूरत नहीं है.
- छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधायक प्रकाश नायक और देवेंद्र यादव ने भी कहा कि हमने राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया को बताया है कि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार अच्छा काम कर रही है. छत्तीसगढ़ सरकार में किसी तरह की लीडरशिप चेंज की कोई जरूरत नहीं है.
- कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पूनिया के घर पर बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधायक पहुंचे हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ राहुल गांधी की बैठक से पहले यहां विधायकों की बैठक हुई है.
- इससे पहले, राहुल गांधी के साथ बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे सीएम भूपेश बघेल ने NDTV से बातचीत में कहा, "मुझे शीर्ष नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया था. मैं यहां पहुंचा हूं. . हमारी सरकार सुरक्षित है. सारे 70 विधायक एकजुट हैं."
- छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को अपने ही मंत्री टीएस सिंहदेव की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.सीएम के तौर पर भूपेश बघेल की सरकार को जून में ढाई साल हो गए हैं, इसलिए सिंहदेव और उनके समर्थक पार्टी पर मुख्यमंत्री बदलने का दबाव बना रहे हैं.
- टीएस सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए. सिंहदेव का दावा है कि उनसे वादा किया गया था कि बघेल के आधे कार्यकाल के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.
- वहीं, सीएम बघेल के करीबी सूत्रों का कहना है कि ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री बनाने जैसा कोई फॉर्मूला नहीं है. उन्होंने कहा कि इस समय सरकार को अस्थिर करना विनाशकारी हो सकता है.
- छत्तीसगढ़ में दिसंबर, 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से सीएम बघेल और सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे. पिछले दिनों मतभेद उस वक्त और बढ़ गया जब कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव पर आरोप लगाया था कि वह उनकी हत्या करवाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. बृहस्पति सिंह को मुख्यमंत्री बघेल का करीबी माना जाता है.