शाह के भोपाल आने के एक दिन पहले तक विभिन्न इकाइयों ने अपने पदाधिकारियों की नियुक्तियों की सूची जारी की....
भोपाल:
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भोपाल के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार को मोर्चा और प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. पदाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने निचली स्तर तक इकाइयों का गठन न हो पाने पर नाराजगी जाहिर की. शाह ने प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष और प्रकोष्ठों के संयोजकों की बैठक में उनके कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जब मोर्चा अपनी इकाइयों का ही गठन नहीं कर पाए हैं, तो सवाल उठता है कि आखिर संगठन का काम चल कैसे रहा है?
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अगले वर्ष चुनाव होने वाले हैं, चुनाव के लिए साल नहीं माह बचे है, लिहाजा संगठन का मजबूत होना जरूरी है. मजेदार बात यह है कि भोपाल आने के एक दिन पहले तक विभिन्न इकाइयों ने अपने पदाधिकारियों की नियुक्तियों की सूची जारी की.
पढ़ें: BJP 5-10 नहीं बल्कि कम से कम 50 साल के लिए सत्ता में आई है: अमित शाह
गौरतलब है कि शाह के भोपाल दौरे से पहले ही प्रदेश के नगर निगाय चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा था. पार्टी को 25 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस के खाते में 15 सीटें गई थी. सूत्रों के अनुसार, शाह ने मोर्चा पदाधिकारियों से कहा कि वे सबसे ज्यादा अपना ध्यान अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग पर केंद्रित करें. जहां पार्टी की स्थिति कमजोर है, वहां ज्यादा कार्यक्रम करें.
पढ़ें: अमित शाह हुए सख्त, कार्यकर्ताओं को सुनाया फरमान- 'अंदर की बात बाहर नहीं जाने पाए'
भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक सकारात्मक रही, युवाओं को पार्टी की मजबूती और राष्ट्र के लिए काम करने के निर्देश दिए गए.
उन्होंने अपनी यात्रा के पहले दिन शुक्रवार को पार्टी दफ्तर में बैठकें कर संगठन और सरकार की प्रतिक्रिया ली. इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपनी बात खुलकर रखें, किसी से डरें नहीं.
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अगले वर्ष चुनाव होने वाले हैं, चुनाव के लिए साल नहीं माह बचे है, लिहाजा संगठन का मजबूत होना जरूरी है. मजेदार बात यह है कि भोपाल आने के एक दिन पहले तक विभिन्न इकाइयों ने अपने पदाधिकारियों की नियुक्तियों की सूची जारी की.
पढ़ें: BJP 5-10 नहीं बल्कि कम से कम 50 साल के लिए सत्ता में आई है: अमित शाह
गौरतलब है कि शाह के भोपाल दौरे से पहले ही प्रदेश के नगर निगाय चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा था. पार्टी को 25 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस के खाते में 15 सीटें गई थी. सूत्रों के अनुसार, शाह ने मोर्चा पदाधिकारियों से कहा कि वे सबसे ज्यादा अपना ध्यान अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग पर केंद्रित करें. जहां पार्टी की स्थिति कमजोर है, वहां ज्यादा कार्यक्रम करें.
पढ़ें: अमित शाह हुए सख्त, कार्यकर्ताओं को सुनाया फरमान- 'अंदर की बात बाहर नहीं जाने पाए'
भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक सकारात्मक रही, युवाओं को पार्टी की मजबूती और राष्ट्र के लिए काम करने के निर्देश दिए गए.
उन्होंने अपनी यात्रा के पहले दिन शुक्रवार को पार्टी दफ्तर में बैठकें कर संगठन और सरकार की प्रतिक्रिया ली. इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपनी बात खुलकर रखें, किसी से डरें नहीं.