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महाराष्ट्र: NCP शरद गुट की बड़ी बैठक, चुनाव में धांधली को बताया हार का कारण; बैलेट पेपर के लिए करेंगे आंदोलन

महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) के बाद शरद पवार (Sharad Pawar) ने पार्टी नेताओं और नए विधायकों के साथ बैठक की. बैठक के पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष जयंत पाटिल ने चुनावों को लेकर सवाल उठाए हैं.

महाराष्ट्र: NCP शरद गुट की बड़ी बैठक, चुनाव में धांधली को बताया हार का कारण; बैलेट पेपर के लिए करेंगे आंदोलन
मुंबई :

राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने आज अपनी पार्टी के नेताओं और नए विधायकों के साथ बैठक की. पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष जयंत पाटिल ने बताया कि बैठक में विधायक जितेंद्र आव्‍हाड को महाराष्‍ट्र विधानसभा में गुट का नेता चुना गया और विधायक रोहित पाटिल को मुख्य सचेतक नियुक्‍त किया गया. हालांकि विधायक दल के नेता को लेकर अगली बैठक में फैसला किया जाएगा. इसके साथ ही पार्टी ने महाराष्‍ट्र चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. 

बैठक के बाद जयंत पाटिल ने कहा कि जितेंद्र आव्हाड के नेतृत्व में महाराष्ट्र के मुद्दे मजबूती से उठाए जाएंगे. इस बैठक में सुप्रिया सुले भी शामिल हुई. हालांकि बैठक में पार्टी के 10 में से 9 नवनिर्वाचित विधायक मौजूद रहे, संदीप क्षीरसागर बैठक में नहीं पहुंचे. 

महाराष्‍ट्र चुनावों को लेकर बोले पाटिल 

इसके साथ ही उन्‍होंने विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि चुनाव के दौरान शाम 5 बजे के बाद वोटिंग 8 फीसदी से अधिक बढ़ना चिंता का विषय है. उन्‍होंने सवाल किया कि आखिर क्यों आंकड़े अंतिम आंकड़ों से मेल नहीं खाते, यह गंभीर मामला है. 

विधानसभा चुनाव मतदान को लेकर पाटिल ने अपनी पार्टी के नेता राजू खरे के निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण दिया और कहा कि वहां पर दो युवकों को लैपटॉप के साथ पकड़ा गया, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई. महाराष्ट्र में कई जगहों पर ऐसी घटनाएं सामने आई हैं. उन्‍होंने कहा कि बैलेट पेपर चुनाव के लिए महाराष्ट्र में आंदोलन तेज हो सकता है, अतिरिक्त मतदान की गहन जांच होनी चाहिए. 

उन्‍होंने आरोप लगाया कि सरकार लाडकी बहनों की संख्या कम करने की कोशिश कर रही है. 65 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को इसका लाभ मिलना चाहिए. साथ ही कहा कि सोयाबीन किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिला है. 

महाराष्‍ट्र में जल्‍द बने सरकार : पाटिल 

पाटिल ने कहा कि महाराष्‍ट्र में जल्द से जल्द सरकार बननी चाहिए. महाराष्ट्र का भला होगा तो समर्थन देंगे, गलत होगा तो विरोध करेंगे. उन्‍होंने कहा कि शपथ ग्रहण में देरी हो रही है, इस पर हम कुछ नहीं कह सकते हैं. हमने अपनी हार स्वीकार कर ली है. अगर हमारी सरकार बनी होती तो 26 नवंबर तक शपथ लेनी पड़ती. 

साथ ही उन्‍होंने कहा कि जनता ने हमें प्यार दिया है, इसलिए 'ना' शब्द को डिक्शनरी से हटाना होगा. 

उन्‍होंने कहा कि लोकसभा के बाद हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनाव हुए हैं. हरियाणा में उनकी जीत हुई, लेकिन महाराष्ट्र के लोगों को गणित समझ नहीं आ रहा है. हरियाणा में मतदान के बाद वोटर संख्या बढ़ाई गई.

बता दें कि महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को करारी शिकस्‍त झेलनी पड़ी थी. वहीं महाविकास अघाड़ी में शामिल एनसीपी (एस-पी) को महज 10 सीटों से संतोष करना पड़ा है, जबकि उसने 86 सीटों पर अपने उम्‍मीदवार उतारे थे. 

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