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गजब है! BJP नेता ने MLC के लेटरहेड से किया फर्जीवाड़ा, नकली सिग्नेचर कर फंड से 3.60 करोड़ उड़ाने की कोशिश

जांच में सामने आया कि यह लेटर बीड़ में प्रशांत लांडे नाम के व्यक्ति द्वारा पहुंचाया गया था. लांडे को यह दस्तावेज निलेश वाघमोडे ने दिया था. वाघमोडे को यह सचिन बांकर के माध्यम से मिला था. इन तीनों के नाम एफआईआर में दर्ज किए गए हैं. 

गजब है! BJP नेता ने MLC के लेटरहेड से किया फर्जीवाड़ा, नकली सिग्नेचर कर फंड से 3.60 करोड़ उड़ाने की कोशिश
महाराष्ट्र में BJP एमएलसी संग फ्रॉड.
  • बीजेपी MLC के लेटरहेड का दुरुपयोग कर 2 करोड़ 60 लाख रुपये के फर्जी सड़क विकास स्वीकृति पत्र भेजे गए.
  • BJP युवा मोर्चा के नेता को इस फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपी मानते हुए सायन पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
  • फर्जी लेटर बीड़ जिले के जिला नियोजन कार्यालय को भेजा गया था. प्रसाद लाड के कार्यालय ने इसकी पुष्टि नहीं की.
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मुंबई:

मुंबई से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. बीजेपी एमएलसी प्रसाद लाड के नाम और लेटरहेड का दुरुपयोग कर 3.60 करोड़ रुपये के सड़क विकास कार्य के लिए फर्जी स्वीकृति पत्र भेज (BJP MLC Fraud) दिया गया. इस मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के नेता अमित सोलुंके को मुख्य आरोपी बनाया गया है. इसे लेकर सायन पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाई गई है. 

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BJP MLC संग फर्जीवाड़े की कोशिश

एफआईआर के मुताबिक, सोलुंके ने कथित तौर पर फर्जी लेटर तैयार कर बीड़ जिले के जिला नियोजन कार्यालय में भेजा. जिसमें यह दिखाया गया कि प्रसाद लाड ने सड़क विकास के लिए 3.60 करोड़ रुपये की सिफारिश की है. जब यह फर्जी लेटर मुंबई के जिला नियोजन अधिकारी संदीप भाकरे के हाथ लगा, तो उन्होंने प्रसाद लाड के कार्यालय से संपर्क किया. लाड के निजी सहायक को इस लेटर की कोई जानकारी नहीं थी, जिसके बाद फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ.

तीन आरोपियों के खिलाफ FIR

जांच में सामने आया कि यह लेटर बीड़ में प्रशांत लांडे नाम के व्यक्ति द्वारा पहुंचाया गया था. लांडे को यह दस्तावेज निलेश वाघमोडे ने दिया था. वाघमोडे को यह सचिन बांकर के माध्यम से मिला था. इन तीनों के नाम एफआईआर में दर्ज किए गए हैं. हालांकि पुलिस को शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि ये तीनों व्यक्ति खुद भी सोलुंके द्वारा गुमराह किए गए हो सकते हैं. सोलुंके ने कथित रूप से उन्हें ठेका दिलवाने का भरोसा दिया था. इसके एवज में पैसे लेने की भी आशंका जताई जा रही है.

बीजेपी युवा मोर्चा के नेता ने की फ्रॉड की कोशिश

पुलिस का कहना है कि इस पूरे फर्जीवाड़े की साजिश अमित सोलुंके ने ही रची थी. उसने न केवल फर्जी दस्तावेज बनवाए बल्कि खुद की पहचान छिपाकर पूरे मामले को अंजाम देने की कोशिश की. प्रॉसिक्यूशन ने कोर्ट में सोलुंके की अग्रिम जमानत का कड़ा विरोध किया, लेकिन सत्र न्यायालय ने फिलहाल उसे अंतरिम राहत देते हुए अग्रिम जमानत दे दी है.

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