- सड़क किनारे लगने वाली दुकानों से वसूले गए पैसों के बंटवारे का मामला
- पुलिसवाले लड़ते रहे और तमाशा देखते रहे राहगीर
- लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र का है पूरा मामला
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लखनऊ:
लखनऊ में कथित रूप से अवैध वसूली के पैसों के बंटवारे को लेकर पुलिस के कुछ जवान आपस में ही भिड़ गए। ये वाकया शहर के इटौंजा थाना क्षेत्र का है।
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देखें वीडियो
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जानकारी के मुताबिक सड़क किनारे लगने वाली दुकानों से वसूले गए पैसों के बंटवारे को लेकर पुलिसवालों में बहस झगड़े और मारपिटाई में बदल गई। काफ़ी देर तक पुलिसवालों के बीच ये मारपीट सरेआम लोगों के सामने चलती रही।
अभी तक आपने सुना या देखा होगा कि पैसों के बंटवारे लेकर लुटेरे ने अपने ही साथी को मार डाला। लेकिन इस मामले में पुलिस वाले ही आपस में भिड़ गए।
मामला लखनऊ के थाना इटौंजा के अंतर्गत पुल के नीचे देखने को मिला जब कुछ खाकी वर्दी धारी आपस मे लड़ने लगे। लड़ना तो छोड़िए, वह आपस में बीच सड़क पर ही गुत्थम-गुत्था हो गए। यह देख कुछ वर्दीधारियों ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की लेकिन वह लड़ते रहे और तमाशा देखने के लिए राहगीरों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
लोग कुछ कहते इससे पहले मामला समझ में आ गया। लड़ाई केवल सड़क के किनारे लगने वाली दुकानों से वसूल किए जाने रुपयों को लेकर थी। क्योंकि लड़ाई करने वाले सिपाही को बंटवारे में कम पैसे मिले थे। वैसे पैसे के आगे पुलिस कुछ भी करने को तैयार रहती है जैसा इस मामले में दिखा।
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जानकारी के मुताबिक सड़क किनारे लगने वाली दुकानों से वसूले गए पैसों के बंटवारे को लेकर पुलिसवालों में बहस झगड़े और मारपिटाई में बदल गई। काफ़ी देर तक पुलिसवालों के बीच ये मारपीट सरेआम लोगों के सामने चलती रही।
अभी तक आपने सुना या देखा होगा कि पैसों के बंटवारे लेकर लुटेरे ने अपने ही साथी को मार डाला। लेकिन इस मामले में पुलिस वाले ही आपस में भिड़ गए।
मामला लखनऊ के थाना इटौंजा के अंतर्गत पुल के नीचे देखने को मिला जब कुछ खाकी वर्दी धारी आपस मे लड़ने लगे। लड़ना तो छोड़िए, वह आपस में बीच सड़क पर ही गुत्थम-गुत्था हो गए। यह देख कुछ वर्दीधारियों ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की लेकिन वह लड़ते रहे और तमाशा देखने के लिए राहगीरों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
लोग कुछ कहते इससे पहले मामला समझ में आ गया। लड़ाई केवल सड़क के किनारे लगने वाली दुकानों से वसूल किए जाने रुपयों को लेकर थी। क्योंकि लड़ाई करने वाले सिपाही को बंटवारे में कम पैसे मिले थे। वैसे पैसे के आगे पुलिस कुछ भी करने को तैयार रहती है जैसा इस मामले में दिखा।
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