अखलाक का बेटा दानिश...
लखनऊ:
दादरी में बीफ रखने के आरोप में अखलाक को तो पीटकर मार दिया गया था। वहीं उसके बेटे दानिश जख़्मी होकर दो महीने तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझते रहे। उनकी आंख बाहर आ गई थी, जिसे ऑपरेशन करके लगाया गया और उनका एक और ऑपरेशन किया जाना बाकी है।
गांव के लोगों ने ही किया था हमला
वह रविवार को यूपी के सीएम अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ आए और सीएम का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने एनडीटीवी को यह भी बताया कि हमला करने वाले उनके गांव के लोग ही थे। जो मुझे पकड़ रहे थे मैं उन्हें भी जानता हूं और जिन्होंने पापा को मारा उन्हें भी जानता हूं।
दिल पर लगी चोट
दानिश ने बताया कि मैंने सोचा भी नहीं था कि ऐसा होगा। हमने बिना किसी गलती के दर्द सहा, दिल पर चोट लगी है। मेरी गांव में कभी किसी से लड़ाई नहीं हुई थी। अब जब बिना गलती के ऐसा हुआ है तो मैं वापस वहीं नहीं लौटना चाहता।
दानिश ने सवाल किया कि अगर आपके साथ ऐसा हुआ होता तो क्या आप वापस लौटना चाहते?
क्या था मामला
ज्ञातव्य है कि बिसाहड़ा गांव में सितंबर, 2015 के आखिरी हफ्ते में बकरीद के फौरन बाद गोमांस खाने की अफवाह से भड़की भीड़ ने अखलाक नामक व्यक्ति के घर में घुसकर उसे तथा उसके परिजन को मारापीटा था। इसमें अखलाक की मौत हो गई थी जबकि उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस घटना ने देश की राजनीति में खासी हलचल पैदा की थी, इसकी गूंज बिहार विधानसभा चुनाव तक में सुनाई दी थी।
गांव के लोगों ने ही किया था हमला
वह रविवार को यूपी के सीएम अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ आए और सीएम का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने एनडीटीवी को यह भी बताया कि हमला करने वाले उनके गांव के लोग ही थे। जो मुझे पकड़ रहे थे मैं उन्हें भी जानता हूं और जिन्होंने पापा को मारा उन्हें भी जानता हूं।
दिल पर लगी चोट
दानिश ने बताया कि मैंने सोचा भी नहीं था कि ऐसा होगा। हमने बिना किसी गलती के दर्द सहा, दिल पर चोट लगी है। मेरी गांव में कभी किसी से लड़ाई नहीं हुई थी। अब जब बिना गलती के ऐसा हुआ है तो मैं वापस वहीं नहीं लौटना चाहता।
दानिश ने सवाल किया कि अगर आपके साथ ऐसा हुआ होता तो क्या आप वापस लौटना चाहते?
क्या था मामला
ज्ञातव्य है कि बिसाहड़ा गांव में सितंबर, 2015 के आखिरी हफ्ते में बकरीद के फौरन बाद गोमांस खाने की अफवाह से भड़की भीड़ ने अखलाक नामक व्यक्ति के घर में घुसकर उसे तथा उसके परिजन को मारापीटा था। इसमें अखलाक की मौत हो गई थी जबकि उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस घटना ने देश की राजनीति में खासी हलचल पैदा की थी, इसकी गूंज बिहार विधानसभा चुनाव तक में सुनाई दी थी।