विज्ञापन
This Article is From Apr 03, 2019

वामदलों की ललकार: 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सिखाएंगे कि जमीन पर चुनाव कैसे लड़ा जाता है'

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) यूपी की अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट (Wayanad Seat) से भी चुनाव लड़ रहे हैं. इसे लेकर वामदलों (Left Parties) ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला.

वामदलों की ललकार: 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सिखाएंगे कि जमीन पर चुनाव कैसे लड़ा जाता है'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो सीटों से लड़ेंगे चुनाव.
वायनाड:

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) यूपी की अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट (Wayanad Seat) से भी चुनाव लड़ रहे हैं. इसे लेकर वामदलों (Left Parties) ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. वामदलों ने कहा कि वे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सिखाएंगे कि 'जमीन पर चुनाव कैसे लड़ा जाता है.' हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि राज्य में उसके अध्यक्ष की जीत को कुछ भी प्रभावित नहीं करेगा. राहुल गांधी गुरुवार सुबह साढे 11 बजे कलपेट्टा में वायनाड जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन भरेंगे. राहुल गांधी के वायनाड सीट से नामांकन पत्र भरने को लेकर भाकपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'हम यह चुनाव जीतने के लिए लड़ेंगे.' केरल में वामपंथी दलों के गठबंधन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने वायनाड संसदीय क्षेत्र से भाकपा के पीपी सुनीर को उतारा है. इस क्षेत्र में सात विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें से वायनाड और मलपुरम जिलों की तीन-तीन और कोझीकोड जिले की एक सीट शामिल है.

यह भी पढ़ें: राहुल के वायनाड से चुनाव लड़ने पर बोले CPM नेता, उनको 'अमूल बेबी' कहा था, जो आज साबित हो गया

भाकपा के वायनाड जिले के नेता विजयन चेरूकारा ने कहा कि एलडीएफ उम्मीदवार ने प्रचार के लगभग तीन चरण पूरे कर लिए हैं और वह करीब चार पांच लाख मतदाताओं से सीधे तौर पर जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि चौथे चरण में परिवारों से मिला जाएगा और यह दो दिन में शुरू होगा. वामदलों का मानना है कि क्षेत्र की जनता गांधी जैसे व्यक्ति को नहीं चुनेगी, क्योंकि वह राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में व्यस्त कार्यक्रम के कारण उनके मुद्दों पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे.

यह भी पढ़ें: वायनाड से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर कांग्रेस के 'पुराने दोस्त' नाराज, कहा- अब हम हराने का काम करेंगे

चेरूकारा ने यहां कहा, 'राहुल गांधी अदृश्य भगवान की तरह हैं. उनके लिए अपने पारिवारिक गढ़ अमेठी (उत्तर प्रदेश) से जीतना आसान होगा, लेकिन वायनाड की धरती कुछ अलग है. हम उन्हें सिखाएंगे कि जमीन पर चुनाव कैसे लड़े जाते हैं.' उन्होंने कहा कि गांधी के केरल से चुनाव लड़ने के फैसले से कुछ वाम नेताओं का मनोबल गिरा है लेकिन 'हमारे कार्यकर्ता ज्यादा ऊर्जावान हैं और चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं.' चेरूकारा ने कहा कि वाम कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस और भाजपा की 'किसान विरोधी, आदिवासी विरोधी और अल्पसंख्यक विरोधी नीतियों' के खिलाफ जमीन पर अभियान शुरू किया है. हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि वायनाड में 'राहुल गांधी के खिलाफ कुछ भी काम नहीं करेगा.' वायनाड जिला कांग्रेस महासचिव डीपी राजशेखरन ने कहा कि वायनाड से कांग्रेस की उम्मीदवारी ने राज्य में कांग्रेस नीत यूडीएफ के कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भर दी है और उनकी उपस्थिति ही मोर्चे को राज्य की सभी 20 लोकसभा सीटें जीतने में मदद करेगी.

यह भी पढ़ें: आखिर क्यों अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने गए राहुल गांधी, जानें आंकड़ों का गेम

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और राज्य 'इंटक' प्रमुख आर चंद्रशेखरन ने कहा कि लोग विशेष रूप से किसान राज्य और केंद्र सरकार की किसाना विरोधी और श्रम विरोधी नीतियों से नाराज हैं.

VIDEO: दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी

(इनपुट: भाषा)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com