विज्ञापन
This Article is From Apr 29, 2019

इस लोकसभा चुनाव में आखिर क्यों ओडिशा पर टिकी हैं सबकी निगाहें ?

लोकसभा चुनाव का रण जारी है. इस बार सभी की निगाहें ओडिशा पर टिकी हैं, क्योंकि केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी का दावा है कि वह राज्य में उलटफेर करेगी.

इस लोकसभा चुनाव में आखिर क्यों ओडिशा पर टिकी हैं सबकी निगाहें ?
इस बार सभी की निगाहें ओडिशा पर टिकी हैं.
नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) का रण जारी है. इस बार सभी की निगाहें ओडिशा पर टिकी हैं, क्योंकि केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी का दावा है कि वह राज्य में उलटफेर करेगी और सबसे ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाएगी. ओडिशा की बात करें तो राज्य की सीमा झारखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ से लगती है. 2011 की जनगणना के अनुसार ओडिशा की जनसंख्या करीब 4.2 करोड़ है, जोकि साल 2001 में 3.68 करोड़ थी. जिनमें 21,212,136 पुरुष और 20,762,082 महिलाएं शामिल हैं. ओडिशा (Odisha) 155,707  वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. ज्यादातर अबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है. 2011 में हुई जनगणना के अनुसार 83.31 फीसदी जनता ग्रामीण इलाकों में रहती है जबकि 16.69 प्रतिशत जनता शहरी इलाकों में वास करती है. बात करें राज्य की साक्षरता दर की, तो आपको बता दें कि ओडिशा की साक्षरता दर 72.87 फीसदी है. ओडिशा में लिंगानुपात 979 है. यहां की आधिकारिक भाषा (Official Language of Odisha) ओड़िआ है. 

जय पांडा ने कहा, नवीन पटनायक की कुर्सी छीनने की कभी कोई कोशिश नहीं की

2014 में बीजद को 21 में से मिली थीं 20 सीटें

ओडिशा की अर्थव्यवस्था में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है. 80 फीसदी जनसंख्या खेती के काम में लगी हुई है. चूंकि यहां की भूमि अनुपजाऊ है यानी की साल में एक से ज्यादा फसल करने के अनुपयुक्त, लिहाजा राज्य के ज्यादातर किसान गैर कृषि कामों में भी लगे रहते हैं. 30 जिले वाले ओडिशा में 21 लोकसभा सीटे हैं. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में 21 में से 20 सीटों पर बीजद को जीत मिली थी. बीजद के चीफ नवीन पटनायक हैं. उनके नाम ओडिशा (Odisha) के इतिहास में सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहने का कीर्तिमान भी है. इस बार राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ हो रहे हैं. दोनो ही स्तर पर मुकाबला त्रिकोणीय (बीजद बीजेपी और कांग्रेस के बीच) माना जा रहा है.   

ओडिशा में बीजेपी का चेहरा कौन, धर्मेन्द्र प्रधान या अपराजिता सारंगी

ये हैं ओडिशा की लोकसभा सीटें 

ओडिशा (Odisha Lok Sabha Seat) की लोकसभा सीटों में बारगढ़, सुंदरगढ़, संभलपुर, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, जाजपुर, ढेंकनाल, बालांगीर, कालाहांडी, नबरंगपुर, कंधमाल, कटक, केंद्रापाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, भुवनेश्वर, अस्का, बेहरमपुर और कोरापुट शामिल हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेडी को 21 में से 20 और बीजेपी को एक सीट पर जीत मिली थी. चुनाव आयोग (Election Commission) के मुताबिक 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कुल 31800787 मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे. जिनमें पुरुषों की जनसंख्या 16337310 और महिलाओं की संख्या 15460545 है. जबकि 2932 थर्ड जेंडर वोटर्स भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.  

पुरी से ग्राउंड रिपोर्ट: संबित पात्रा बनाम पिनाकी मिश्र, किसका पलड़ा भारी?

VIDEO: लोकसभा के लिए पहली लड़ाई जीतेंगे संबित पात्रा?

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
इस लोकसभा चुनाव में आखिर क्यों ओडिशा पर टिकी हैं सबकी निगाहें ?
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
Next Article
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com