
बीजेपी विरोधी खेमों के बीच बढ़ रहे मनमुटावों को देखते हुए तेजस्वी यादव ने सभी दलों से एक बार फिर एक जुट होने की अपील की है. ट्वीट करते हुए तेजस्वी ने कहा कि साल 2014 में लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि यह चुनाव निर्धारित करेगा कि देश टूटेगा या रहेगा,दंगाई ताक़तें इस देश और संविधान को खंडित कर देंगी. उनकी वाणी एक हद तक सही साबित हुई.5 सालों में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं के साथ तानाशाहों ने क्या-क्या खिलवाड़ किया यह किसी से छिपा नहीं है.
उन्होंने लिखा कि संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है. अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चूक हुई तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता? अगर अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की घटाने के लिए अहंकार नहीं छोड़ा तो संविधान में आस्था रखने वाले न्यायप्रिय देशवासी माफ़ नहीं करेंगे. साफ है कि तेजस्वी का इशारा उन पार्टियों की तरफ है जो सीटों के बंटवारे से असंतुष्ठ होकर अलग होने की बात कह रहे हैं.
तेजस्वी ने अपनी पार्टी का उदाहरण देते हुए लिखा कि साल 2015 में चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी हमने नीतीश कुमार को सीएम बनाया था. लेकिन उन्होंने जनादेश घोटाले से बचने के लिए जनादेश का ही चीरहरण कर दिया. बता दें कि कई पार्टियों में सामंजस्य इसलिए नहीं बैठ पा रहा है क्योंकि अपने-अपने राज्य में वो एक दूसरे के प्रतिद्वंदी है. इसी वजह से साथ लड़ने में उनकी दिलचस्पी नहीं दिख रही है.
Video: राहुल गांधी में PM बनने की योग्यता : तेजस्वी यादव
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं