बीजेपी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों का कर्ज माफ न किए जाने का आरोप मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर लगा रहे हैं लेकिन वास्तव में सरकार ने खुद शिवराज सिंह के भाई और चाचा का कर्ज माफ किया है. सरकारी दस्तावेज इसकी पुष्टि कर रहे हैं.
मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनकी पार्टी बीजेपी किसानों का कर्ज माफ न करके उन्हें धोखा देने का आरोप लगा रही है. लेकिन सरकार ने अन्य किसानों के साथ-साथ शिवराज सिंह के किसान भाई रोहित सिंह और चाचा निरंजन सिंह का कर्ज भी माफ कर दिया है. सरकारी दस्तावेज में उसका विवरण भी दर्ज है.
मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार की किसान फसल ऋण माफी योजना सत्तारूढ़ दल एवं मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच चुनाव में आपसी आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा बनता जा रहा है. इस योजना को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगाए गए आरोप के जवाब में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है कि अब तक प्रदेश में 21.06 लाख किसानों के फसल लोन माफ कर दिए गए हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौहान द्वारा कांग्रेस सरकार पर किसान ऋण माफी योजना में विफल रहने के आरोप का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अब तक प्रदेश में 21.06 लाख किसानों के फसल ऋण माफ कर दिए हैं. चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद शेष किसानों के फसल ऋण जल्दी ही माफ कर दिए जाएंगे. इस बीच, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक दल ने फसल ऋण माफी से लाभान्वित किसानों की सूचियों के कई बंडल पूर्व सीएम चौहान के निवास पर मंगलवार की सुबह पहुंचा दिए.
कमलनाथ ने पत्रकारों को बताया, ‘प्रदेश में सत्ता में आने के कुछ घंटों के बाद ही हमने अपने वादे के मुताबिक किसानों के फसल ऋण माफ करने की घोषणा कर दी थी. किसानों की फसल ऋण माफ करने की प्रक्रिया जारी है और अब तक प्रदेश के 21.06 लाख किसानों के फसल ऋण माफ किए जा चुके हैं.' उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 होने की घोषणा के बाद लागू हुई चुनाव आचार संहिता के कारण किसान ऋण माफी की प्रक्रिया फिलहाल स्थगित की गई है. चुनाव सम्पन्न होते ही प्रदेश के शेष बचे किसानों का भी कृषि ऋण माफ कर दिया जाएगा.
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर दस दिन के अंदर किसानों का दो लाख रुपये तक का कृषि ऋण माफ करने का वादा किया था. प्रदेश कांग्रेस ने इसे अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया. प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस के सत्ता में वापस आने का यह एक अहम मुद्दा माना गया.
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कमलनाथ ने कहा, ‘किसान ऋण माफी पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झूठा बयान दे रह हैं और खरगोन के एक किसान जिसका ऋण माफ नहीं होने का वह उदाहरण दे रहे हैं, दरअसल उस किसान का वह ऋण फसल ऋण न होकर ट्रेक्टर का ऋण है.' उन्होंने स्पष्ट किया कि हमने किसानों का दो लाख रुपये तक का केवल फसल ऋण माफ करने का वादा किया था. किसानों का मकान, ट्रेक्टर आदि के लिए उठाए गए ऋण को माफ करने का कांग्रेस ने कोई वादा नहीं किया था.
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उधर शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस द्वारा सौंपी गई किसानों के नाम की सूची का जिक्र करते हुए कहा कि यह झूठ का पुलिंदा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीब किसानों को धोखा दिया है. किसानों का केवल 13,000 करोड़ रुपये का ऋण माफ किया है जबकि कांग्रेस सरकार को किसानों को 48,000 करोड़ रुपये का ऋण माफ करना था.
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