रघुवंश प्रसाद सिंह: 18 साल तक रहे सासंद, इस बार फिर मैदान में, सियासी सफर पर एक नजर

रघुवंश प्रसाद ने गणित में एमएससी और पीएचडी किया है. अपनी युवावस्‍था में ही उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्‍व में हुए आंदोलनों में भाग लेना शुरु कर दिया था.

रघुवंश प्रसाद सिंह: 18 साल तक रहे सासंद, इस बार फिर मैदान में, सियासी सफर पर एक नजर

रघुवंश प्रसाद सिंह ने गणित में एमएससी और पीएचडी किया है.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जनता दल के दिग्गज नेता डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह (Dr. Raghuvansh Prasad Singh) अपनी कड़ी प्रतिक्रिया के लिए जाने जाते हैं. 2004 में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री के तौर पर मनरेगा जैसी योजना को लागू कराने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. लोगों के बीच वह रघुवंश बाबू के नाम से जाने जाते हैं. इस बार लोकसभा चुनाव में वह वैशाली सीट से मैदान में हैं. 1996 से 2009 तक लगातार रघुवंश प्रसाद (Raghuvansh Prasad) इस इलाके का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2014 में उन्हें लोक जनशक्ति पार्टी के रामकिशोर सिंह ने इसी सीट पर हरा दिया था. रघुवंश प्रसाद खुद वैशाली से आते हैं. 6 जून 1946 को यहां के शाहपुर गांव में उनका जन्म हुआ था. उनकी शादी किरन सिंह के साथ हुई है और उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटे और एक बेटी है. 

रघुवंश प्रसाद ने गणित में एमएससी और पीएचडी किया है. अपनी युवावस्‍था में ही उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्‍व में हुए आंदोलनों में भाग लेना शुरु कर दिया था. 1973 में उन्‍हें संयुक्‍त सोशलिस्‍ट पार्टी का सचिव नियुक्त किया गया. 1977 से 1990 तक वह बिहार विधानसभा के सदस्‍य रहे. इसी बीच 1977 से 1979 तक उन्होंने बिहार सरकार में ऊर्जा मंत्री का पद संभाला. इसके बाद 1980 में उन्‍हें लोकदल का अध्‍यक्ष बनाया गया. 

यह भी पढ़ें: लालू को दोषी दिए जाने पर बोले रघुवंश प्रसाद, ‘एक आदमी को जेल, एक को बेल यह है नरेंद्र मोदी का खेल'

1996 में पहली बार वह वैशाली से 11 वीं लोकसभा का सदस्य चुने गए और संसद पहुंचे.  1996 से 1997 के बीच उन्हें केंद्रीय पशुपालन और डेयरी उद्योग राज्‍यमंत्री बनाया गया. उन्होंने लगातार 2009 तक वैशाली सीट से ही लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज की. 2004 से 2009 तक वह केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री के पद पर भी रहे. 

यह भी पढ़ें: तेजप्रताप मामले पर बोले लालू के करीबी रघुवंश- पत्नी से अलग होकर भी क्या नरेन्द्र मोदी PM नहीं बने?

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

वैशाली लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला आमने-सामने का माना जा रहा है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में यह सीट लोजपा के खाते में आई है और पार्टी ने यहां से वीणा देवी को मैदान में उतारा है. वहीं महागठबंधन की ओर से यहां से पांच बार सांसद रह चुके राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह मैदान में हैं. रघुवंश के सामने एक बार फिर इस इलाके में अपनी पैठ बनाने की चुनौती है, तो लोजपा अपनी जीत इस बार भी बरकरार रखना चाहती है.