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This Article is From Mar 20, 2019

बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की 27 सीटों के उम्मीदवार तय किए, छत्तीसगढ़ की पांच सीटों का हुआ फैसला

आसनसोल से बाबुल सुप्रियो, टीएमसी से आए सौमित्र खान और अनुपम हाजरा के टिकट और दार्जिलिंग से एसएस अहलूवालिया की उम्मीदवारी पर आलाकमान लेगा अंतिम फैसला

बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की 27 सीटों के उम्मीदवार तय किए, छत्तीसगढ़ की पांच सीटों का हुआ फैसला
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पश्चिम बंगाल के 27 उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए गए.
  • बीजेपी ने पूर्व आईपीएस भारती सेन को टिकट देने का फैसला लिया
  • टीएमसी से बीजेपी में आए अर्जुन सिंह की उम्मीदवारी तय
  • छत्तीसगढ़ की 11 में से 5 लोकसभा सीटों के प्रत्याशी तय किए गए
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नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के लिए पश्चिम बंगाल (West Bengal) के उम्मीदवारों को लेकर बीजेपी चुनाव समिति की बैठक में फैसला हो गया है. पार्टी ने 42 में से 27 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे दिया है. आसनसोल से बाबुल सुप्रियो, टीएमसी से आए सौमित्र खान और अनुपम हाजरा के टिकट और दार्जिलिंग से एसएस अहलूवालिया की उम्मीदवारी पर अंतिम फैसला आलाकमान करेगा.

बीजेपी (BJP) ने पूर्व आईपीएस भारती सेन टिकट देने का फैसला लिया है. टीएमसी से बीजेपी में आए अर्जुन सिंह को भी टिकट मिल गया है.

उत्तर प्रदेश की 40 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों के नामों पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा हुई. छत्तीसगढ़ की 11 में से 5 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए गए. छत्तीसगढ़ की बाकी सीटों पर 22 मार्च को बीजेपी चुनाव समिति की बैठक में चर्चा होगी.

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बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक मंगलवार को भी देर रात हुई थी. इस बैठक में फैसला लिया गया कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी (Chhattisgarh BJP) के सभी 10 सांसदों को पार्टी इस बार टिकट नहीं देगी. छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रमुख और पार्टी महासचिव अनिल जैन (Anil Jain) ने कहा कि सभी 10 सांसदों को बदला जाएगा. बुधवार को तड़के दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक (CEC) के बाद अनिल जैन ने यह जानकारी दी. बताया जा रहा है कि हालिया विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है.

केंद्रीय समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता शामिल हुए. अनिल जैन ने कहा, 'हमने नए उम्मीदवारों और नए उत्साह के साथ चुनाव लड़ने का निर्णय किया है.' भाजपा को पिछले साल विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था. पार्टी अपना खोया हुआ आधार फिर से पाने का प्रयास कर रही है.

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भाजपा के महासचिव ने कहा कि प्रदेश भाजपा ने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को सांसदों के नाम काटने का प्रस्ताव दिया था, जिसे मंजूरी दे दी गई. सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को राजनांदगांव से पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. राज्य में लोकसभा की 11 सीटें हैं.

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बता दें कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में 68 सीटें जीती थीं. राज्य में 15 साल शासन कर चुकी भाजपा को 15 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था. दोनों दलों की वोट हिस्सेदारी में 10 प्रतिशत का अंतर था. सूत्रों ने बताया कि भाजपा इस पर भी विचार कर रही है कि मौजूदा सांसदों के परिवार के भी किसी सदस्य चुनाव में नहीं उतारा जाए. पार्टी ने यह मानदंड अपनाया तो पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की संभावित उम्मीदवारी भी सवालों के घेरे में आ जाएगी, क्योंकि उनके पुत्र अभिषेक सिंह वर्तमान सांसद हैं.

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