लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) में प्रचार से दूर चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने ट्विटर के माध्यम से अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं. लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने पीएम मोदी (PM Modi) पर अपने ही अंदाज में निशाना साधा है. उन्होंने डबस्मैश डॉट कॉम एप्लीकेशन के माध्यम से पीएम मोदी के पुराने भाषणों को एक साथ जोड़ते हुए एक मजेदार वीडियो बनाया है और इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है. बताया जा रहा है कि लालू यादव का यह वीडियो साल 2015 का है, जिसे अब फिर टि्वटर पर शेयर किया गया है.
लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने इस वीडियो के साथ कैप्शन लिखा है कि मुफ्त में ले लो 15 लाख, अच्छे दिन और जुमला. इस वीडियो में आरजेडी सुप्रीमो ने पीएम मोदी के बयानों के साथ लिप्सिंग की हैं, जहां पीएम मोदी (PM Modi) जनता से संवाद करते हुए कह रहे हैं कि अच्छे दिन आएंगे. वीडियो की शुरुआत होती है मेरे देश के प्यारे भाइयों और बहनों से, इसके बाद अच्छे दिन का डायलॉग जोड़ा गया है. फिर 15 लाख के डायलॉग को जोड़ा गया है और आखिर में अमित शाह का वो बयान जहां उन्होंने 15 लाख की बात को चुनावी जुमलों करार दिया था.
मुफ़्त में ले लो 15 लाख, अच्छे दिन और जुमला। pic.twitter.com/2Pfhg2QemK
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) April 13, 2019
बता दें कि 1977 के बाद ऐसा पहली बार होगा कि लालू प्रसाद यादव किसी भी चुनाव प्रचार में शामिल नहीं हो रहे हैं. बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव और 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए लालू प्रसाद ने प्रचार किया था, हालांकि, उस वक्त भी वह जेल से जमानत पर बाहर आए थे. लेकिन इस बार जमानत नहीं मिली. हाल ही में उन्होंने जानकारी दी थी कि मेरा ट्विटर हैंडल किसी अन्य द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. इस पर लिखे गए संदेश मेरे द्वारा ही माने जाएंगे.
Dear friends! While in jail, My Twitter handle shall be operated by my office in consultation with family. I shall speak my mind through visitors. The fight to preserve the Constitution & protect the rights of vulnerable groups shall go on.
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 25, 2017
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गौर हो कि लालू प्रसाद को नौ सौ करोड़ रूपए से अधिक के चारा घोटाले से संबंधित तीन मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है. ये मामले 1990 के दशक में, जब झारखण्ड बिहार का हिस्सा था, धोखे से पशुपालन विभाग के खजाने से धन निकालने से संबंधित हैं. लालू प्रसाद ने उच्च न्यायालय में जमानत के लिये अपनी उम्र और गिरते स्वास्थ्य का हवाला देते हुये कहा था कि वह मधुमेह, रक्तचाप और कई अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं और उन्हें चारा घोटाले से संबंधित एक मामले में पहले ही जमानत मिल गयी थी. राजद सुप्रीमो को झारखण्ड में स्थित देवघर, दुमका और चाईबासा के दो कोषागार से छल से धन निकालने के अपराध में दोषी ठहराया गया है. इस समय उन पर दोरांदा कोषागार से धन निकाले जाने से संबंधित मामले में मुकदमा चल रहा है.
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