कांग्रेस ने तमाम अनिश्चितताओं पर विराम लगाते हुए अजय राय को वाराणसी लोकसभा सीट (Varanasi Lok Sabha constituency) से पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ टिकट दिया है. पहले से ऐसी उम्मीद थी कि पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को वाराणसी (Varanasi) से मैदान में उतारेगी. प्रियंका को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर हमला बोला. कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रियंका गांधी को नहीं उतारने के पार्टी के निर्णय से 'बुरी तरह निराश' हुए हैं, क्योंकि इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान इसको लेकर एक प्रकार का रोमांचक संशय बना दिया गया था.
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इस बात को लेकर अटकलें थीं कि कांग्रेस पीएम मोदी के खिलाफ प्रियंका गांधी को उतार सकती है. बहरहाल, कांग्रेस ने अजय राय का नाम लिया जो इस सीट पर पिछले लोकसभा में तीसरे स्थान पर रहे थे. मोदी के बाद 2014 में सबसे अधिक मत अरविंद केजरीवाल को मिले थे. उन्होंने कहा कि पिछले दो सप्ताह से इस बात को उड़ाया जा रहा था कि प्रियंका को प्रधानमंत्री के सामने उतारा जाएगा. वह मीडिया को रोज खुशी खुशी यह कहकर बाइट दे रही थीं कि वह प्रधानमंत्री से मुकाबला करने को तैयार हैं.
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अरुण जेटली ने 'वायनाड में शरण तथा वाराणसी की शरण से निकासी' शीर्षक से फेसबुक पर लिखी पोस्ट में यह बात कही है. उन्होंने कहा, 'जाहिरा तौर पर, वह मुकाबले से चुपचाप बाहर हो गयीं. प्रियंका को वाराणसी से नहीं उतारने के कांग्रेस के निर्णय से मैं बुरी तरह निराश हुआ हूं.' गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि 'प्रियंका के आने से सब बदल जाएगा', वाले मिथक की हवा निकल गई है. वाराणसी की तुलना अमेठी एवं रायबरेली से करते हुए जेटली ने कहा, 'जनता की समीक्षा के लिए कार्ड्स (तथ्य) सामने आ गए हैं. गांधी परिवार को पिछले चालीस सालों में अमेठी एवं रायबरेली की दुर्दशा के बारे में आत्ममंथन करना चाहिए और इस बात की तुलना करनी चाहिए कि प्रधानमंत्री ने वाराणसी में पिछले पांच साल में क्या किया है.
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पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने वाले अजय राय कौन हैं?
अजय राय (Ajay Rai Congress) 5 बार विधायक रह चुके हैं और पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) में ही थे. 2009 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट से उनकी जगह बीजेपी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी को टिकट दे दिया. इससे नाराज अजय राय ने पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था. उस साल उन्होंने सपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था और तीसरे नंबर पर रहे थे. उस समय मुरली मनोहर जोशी की जीत हुई थी और बसपा के बाहुबली मुख्तार अंसारी को दूसरा स्थान मिला था. उस समय अजय राय को 1,23,874 मत मिले थे. बाद में अजय राय ने समाजवादी पार्टी भी छोड़ दी और निर्दलीय विधायक चुने गए. विधायक बनने के बाद अजय राय कांग्रेस में शामिल हो गए.
VIDEO: पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस से प्रियंका गांधी नहीं, अजय राय लड़ेंगे चुनाव
(इनपुट: भाषा)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं