राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tivary) ने कहा है कि चुनाव (Loksabha Elections 2019) के अंतिम चरण में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पैंतरा बदलते दिखाई दे रहे हैं. लंबे मौन के बाद विशेष राज्य का मुद्दा फिर उठा रहे हैं. एक सावधानी जरूर बरत रहे हैं. लालू यादव (Lalu Yadav) पर हमले को और तीखा बनाकर यह भी जता रहे हैं कि उनके विकल्प अब लालू नहीं हैं. उन्होंने कहा है कि प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) लालू जी से मिले थे और नीतीश फिर पाला बदलना चाहते थे. लालू जी की किताब से यह जो रहस्योद्घाटन हुआ है उससे बीजेपी के कान खड़े हो गए हैं.
शिवानंद तिवारी ने कहा है कि नीतीश (Nitish Kumar) जी सावधान हैं, विशेष राज्य और लालू (Lalu Yadav) का तीखा विरोध, दोनों स्वर एक साथ निकाल रहे हैं. बलियावी जी जब नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के रूप में देखते हैं तो यह सिर्फ अपने ही मन की बात नहीं कह रहे हैं बल्कि वह नीतीश कुमार सहित उनके निकटस्थ मंडली के मन की बात भी बता रहे हैं. प्रशांत किशोर के लालूजी से मिलने का संदर्भ भी यही था.
आरजेडी नेता ने कहा है कि अब दिल्ली नीतीश (Nitish Kumar) जी से बहुत दूर चली गई है. दिल्ली उनके नजदीक थी, जब वे संघ मुक्त भारत बनाने की बात कर रहे थे. उस आदमी से लड़ रहे थे जिसका नाम लेने से करोड़ों अल्पसंख्यकों के मन में भय व्याप्त हो जाता है. उसी से लड़ने का संकल्प लेकर उन्होंने लालूजी से हाथ मिलाया था. लेकिन जिससे लड़ना था आज उसी का बखान करते घूम रहे हैं.
सुनो छोटे भाई नीतीश, तुम अब कीचड़ वाले फूल में तीर घोंपो या छुपाओ, तुम्हारी मर्ज़ी: लालू यादव
तिवारी ने कहा है कि अब तो नीतीश (Nitish Kumar) को 23 मई तक धीरज रखना चाहिए अन्यथा उपहास के पात्र हो जाएंगे. क्योंकि अपने सहयोगियों के साथ नीतीश जी को दहाई अंक में भी सीटें मिलती नहीं दिखाई दे रही हैं. ऐसी हालत में तो दिल्ली कहां, पटना भी खाली करना होगा. इसकी नौबत दिखाई दे रही है!
VIDEO : बीजेपी के साथ असहज महसूस कर रहे नीतीश
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