बीजेपी ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के पुलवामा की घटना को लेकर दिए बयान पर करारा हमला किया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इसको लेकर कांग्रेस और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से से देश की जनता और सेना के जवानों से माफी मांगने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जो आतंकवादी घटनाएं देश में होती हैं, इसका पाकिस्तान की सेना से कोई रिश्ता है या नहीं. अगर रिश्ता है तो फिर दोषी कौन है, इसका जवाब कांग्रेस को देना चाहिए. आतंकवादी हमले का जवाब. आतंकवाद का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक से नहीं बातचीत से देना चाहिए. क्या आतंकवाद से निपटने की कांग्रेस की यह रणनीति है क्या. सुरक्षा बल के जवान हताहत होते हैं. कांग्रेस पार्टी और उनके इतने प्रमुख पदाधिकारी बातचीत का रास्ता सुलझाते हैं. इससे कांग्रेस सहमत है क्या. आपके यूपीए के शासन में. कई सीरियल बम ब्लॉस्ट देश भर में हुए. आपकी पॉलिसी के तहत बातचीत का रास्ता अख्तियार किया. क्या परिणाम निकला. इसका जवाब कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष को देना चाहिए.
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर बार चुनाव नजदीक आती है तो तुष्टीकरण की राजनीति करती है. वोटबैंक की पॉलिटिक्स करती है. इसमें मुझे आपत्ति नहीं है. यह उनकी परंपरा है, कई सालों से कांग्रेस ने तुष्टीकरण का बीज इस देश में बोया है. देश की जनता इसे जानती है. क्या वोटबैंक की राजनीति क्या देश से ऊपर और शहीदों के खून पर हो सकती है. क्या शहीदों के परिवार के दुख से ऊपर होती है. इसका जवाब कांग्रेस को देना चाहिए. देश की सुरक्षा पर सवालिया निशाना खड़ा किया है. जो देश को हताहत करने में लगे हैं, उनका मनोबल बढ़ा है. सात मार्च को खुद कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एयर स्ट्राइक पर जो सवाल उठे हैं, उसका जवाब मिलना चाहिए. किसके सवालों का जवाब चाहते हैं. कौन सवाल उठा रहा है. आप अपरोक्ष रूप से किसका समर्थन करते हैं. भारत की एयर फोर्स पर संदेह करना किसी भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए उचित नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष ने यूपी में खून की दलाली का बयान दिया था, जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी. एयर स्ट्राइक के वक्त शंका उत्पन्न करता है. आप वोटबैंक की पॉलिटिक्स को इतना आगे मत ले जाइए, पूरा देश जानता है. जेएनयू में देशविरोधी नारे को अभिव्यक्ति की आजादी कहते हैं. हमेशा की तरह कांग्रेस ने इस बयान से किनारा कर लिया. आपके किनारे को देश की जनता ठीक तरह से समझती है, इसीलिए किनारे कर दिया है.
अमित शाह ने कहा कि कभी बीके हरिप्रसाद, दिग्विजय सिंह के बयान को व्यक्तिगत बयान बता देते हैं तो कभी कपिल सिब्बल, सिद्धू के बयान को व्यक्तिगत बता देते हैं. इन लोगों को कुछ नहीं हुआ. वोटबैंक की ओछी राजनीति है. मैं मानता हूं कि देश की जनता इसे समझ चुकी है. कांग्रेस को देश की जनता और जवानों से माफी मांगनी चाहिए. 10 साल तक यूपीए की सरकार रही. आतंकवाद पर कठोर कार्रवाई नहीं की. न अंतरराष्ट्रीय समुदायों में पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोई कोशिश की. नरेंद्र मोदी सरकार में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई. सबसे ज्यादा आतंकवादियों को दंड देने का रिकॉर्ड किसी सरकार ने बनाया है तो वह नरेंद्र मोदी की सरकार है. आज मोदी सरकार की नीति की सफलता का परिणाम है जब अपने जवान सफल एयर स्ट्राइक करके वापस आए. पाकिस्तान ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया.
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