केंद्रीय मंत्री और बागपत के मौजूदा सांसद और उम्मीदवार डॉ सत्यपाल सिंह ने का कहना है कि जनता विकास चाहती है, नौजवान रोजगार-सुरक्षा चाहते हैं, किसान गन्ने का भुगतान चाहते हैं, यही पिछले 5 सालों में यहां पर हुआ है और इसी आधार पर लोग मतदान करेंगे. एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि जातीय समीकरण और सपा-बसपा-राष्ट्रीय लोक दल का वोट जुड़ने जैसी बात वो करते हैं जो राजनीति नहीं समझते. राजनीति के क्षेत्र में दो और दो चार नहीं होते. जिस परिवार के लिए यहां के लोगों ने चार-चार पीढ़ियां तक वोट दिया उस परिवार ने यहां के लोगों को क्या दिया है, ये सवाल जनता पूछ रही है. सत्यपाल सिंह ने कहा कि पहले साल 2 साल तक गन्ने का भुगतान नहीं होता था अब जल्द से जल्द हो रहा है. जिसको 2 हफ्ते में पैसा नहीं मिल रहा उसको ब्याज के साथ भुगतान मिलेगा. मैं आज भी युवा हूं 18 से 20 घंटे काम करता हूं.
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आपको बता दें कि बागपत में पहले चरण के लिए मतदान हो रहा है. केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह रिटायर्ड आईपीएस अफसर और मुंबई पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं. बागपत लोकसभा सीट से उनके मुकाबले रालोद मुखिया अजित सिंह के बेटे जयंत सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. बागपत लोकसभा सीट चौधरी परिवार का गढ़ मानी जाती रही है. मगर 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्यपाल सिंह यहां से चुनाव जीतने में सफल रहे थे. उन्होंने अजीत सिंह को हराया था.
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