दस्यु सरगना वीरप्पन (फाइल फोटो)
ऑपरेशन कोकून के तहत डकैत वीरप्पन को मार गिराने की योजना बनाने और उसे अंजाम देने वाले विशेष कार्य बल के अधिकारी ने खूंखार डकैत के जीवन पर एक किताब लिखी है.
तमिलनाडु के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम की अगुवाई करने वाले के विजय कुमार ने 'वीरप्पन: चेसिंग द ब्रिगैंड' में दस्यु सरगना द्वारा की गयी नृशंस हत्याओं और अपहरण की घटनाओं का ज़िक्र किया है. इसमें कन्नड़ अभिनेता राजकुमार को 108 दिन तक अगवा किये जाने की घटना का भी वर्णन है.
के एम वीरप्पन ने अपनी अलग तरीके की मूंछ और अधिकारियों की नृशंस हत्या से जुड़ी कहानियों के कारण लोगों का ध्यान खींचा और उसकी मौत के 13 साल बाद भी लोग उसकी कहानियों को भूले नहीं हैं.
रूपा प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक में 1952 में गोपीनाथम में वीरप्पन के जन्म से लेकर 2004 में पादी में शूटआउट के दौरान उसको मार गिराये जाने तक की कई घटनाओं को शामिल किया गया है. वर्ष 2010-2012 के दौरान सीआरपीएफ का नेतृत्व करने वाले कुमार वर्तमान में गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं.
एजेंसी से इनपुट
तमिलनाडु के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम की अगुवाई करने वाले के विजय कुमार ने 'वीरप्पन: चेसिंग द ब्रिगैंड' में दस्यु सरगना द्वारा की गयी नृशंस हत्याओं और अपहरण की घटनाओं का ज़िक्र किया है. इसमें कन्नड़ अभिनेता राजकुमार को 108 दिन तक अगवा किये जाने की घटना का भी वर्णन है.
के एम वीरप्पन ने अपनी अलग तरीके की मूंछ और अधिकारियों की नृशंस हत्या से जुड़ी कहानियों के कारण लोगों का ध्यान खींचा और उसकी मौत के 13 साल बाद भी लोग उसकी कहानियों को भूले नहीं हैं.
रूपा प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक में 1952 में गोपीनाथम में वीरप्पन के जन्म से लेकर 2004 में पादी में शूटआउट के दौरान उसको मार गिराये जाने तक की कई घटनाओं को शामिल किया गया है. वर्ष 2010-2012 के दौरान सीआरपीएफ का नेतृत्व करने वाले कुमार वर्तमान में गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं.
एजेंसी से इनपुट
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