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सितारे जमीन पर के मामले में काम कर आमिर खान की चाल, पढ़ें क्या थी मिस्टर परफेक्शनिस्ट की सोच

आमिर खान ने अपनी फिल्म सितारे जमीन पर के डिस्ट्रिब्यूशन को लेकर जो रणनीति बनाई वह आखिर में क्या थी.

सितारे जमीन पर के मामले में काम कर आमिर खान की चाल, पढ़ें क्या थी मिस्टर परफेक्शनिस्ट की सोच
काम आई आमिर की स्ट्रैटेजी
नई दिल्ली:

20 जून को काफी सुर्खियां बटोरने के बाद आमिर खान की फिल्म ‘सितारे जमीन पर' रिलीज हो गई. चूंकि यह स्पैनिश फिल्म ‘चैंपियन' का रीमेक है, इसलिए इसे लेकर काफी अटकलें लग रही थीं कि क्या यह बॉक्स ऑफिस पर कामयाब होगी या नहीं. कभी इस फिल्म के यूट्यूब पर रिलीज होने की चर्चा चली तो कभी ओटीटी पर ना आने की खबरें आईं और इन सभी बातों ने फिल्म को लगातार सुर्खियों में बनाए रखा. आमिर ने शुरू में ही यह साफ कर दिया था कि फिल्म की लिमिटेड रिलीज होगी यानी यह कम स्क्रीनों पर रिलीज होगी, न कि बड़ी फिल्मों की तरह जो देशभर में लगभग 5000 से ज्यादा स्क्रीनों पर आती हैं.

अब सवाल था आखिर इसके पीछे की वजह क्या थी और क्या थी यह रणनीति?

दरअसल आमिर ने फिल्म को पहले दिन यानी शुक्रवार (20 जून) को कम स्क्रीनों पर इसलिए रिलीज किया ताकि जितने भी सिनेमाघरों में फिल्म चले, वे पूरे भरे हुए नजर आएं. अगर यह फिल्म ज्यादा स्क्रीनों पर रिलीज होती, तो दर्शक बंट जाते और कई थिएटर खाली नजर आते.

इसके पीछे एक सोच यह भी थी कि माउथ पब्लिसिटी के जरिए फिल्म को चर्चा में लाया जाए और जैसे ही दर्शकों में उत्सुकता बढ़े, तब इसकी स्क्रीनों की संख्या भी बढ़ा दी जाए और हुआ भी ऐसा ही. शनिवार को बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में दोगुनी छलांग देखी गई. पहले दिन ₹10.7 करोड़, दूसरे दिन ₹20.2 करोड़ और तीसरे दिन यह कलेक्शन बढ़कर लगभग ₹27 करोड़ तक पहुंच गया.

जयपुर के फिल्म डिस्ट्रिब्यूटर और सिनेमाघर मालिक राज बंसल का इस पर कहना है, “जब मैंने पहली बार आमिर खान की ‘सितारे जमीन पर' का ट्रेलर देखा, तभी समझ गया था कि यह फिल्म है जिसे परिवार के साथ देखा जाएगा और लोग इसे पसंद करेंगे. मेरे अनुसार इसे सीमित स्क्रीनों पर रिलीज करने की रणनीति ही इसकी सफलता का कारण बनी है. फिल्म को छह महीने तक ओटीटी पर रिलीज न करने का फैसला अब थिएटर में बड़ी संख्या में दर्शकों को खींच लाएगा.

फिल्म ने पहले दिन ₹11 करोड़ की ओपनिंग ली और पहले वीकेंड में ₹60 करोड़ से ज्यादा का आंकड़ा छू लिया जो व्यापार के लिए चौंकाने वाला रहा. यह फिल्म निश्चित रूप से हिट है.” यानी राज बंसल के मुताबिक, फिल्म को ओटीटी पर तुरंत ना लाने का आमिर खान का फैसला भी फिल्म के कलेक्शन में मददगार साबित हुआ. आमतौर पर दर्शक यह सोचते हैं कि जब फिल्म एक-दो महीने में ओटीटी पर आ ही जाएगी, तो थिएटर जाकर क्यों देखें? लेकिन जब ये साफ हुआ कि फिल्म ओटीटी पर जल्दी नहीं आएगी और साथ ही लोगों ने इसकी तारीफ सुनी तो दर्शकों को थिएटर तक जाना पड़ा.
 

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