नई दिल्ली:
प्रेम कहानियां हमेशा से उपन्यासों, किताबों का हिस्सा रही हैं. अविनाश पुष्करणा की पहली किताब 'माय रेड बटरफ्लाई' प्यार, भावनाओं, करुणा की भावुक यात्रा है. बुधवार को लांच हुई इस किताब को नियोगी बुक्स ने प्रकाशित किया है. इसकी पृष्ठभूमि 1970 और 1980 के शुरुआती दशक पर आधारित है. इसमें एक मासूम से लड़के रोहित की कहानी है जो मुश्किल से 16 साल का ही होगा. वह डॉक्टर बनना चाहता है. इतनी कम उम्र में ही उसके मन में प्रेम की भावना हिलोरें मारने लगती है और वह अपने प्यार को जीत लेता है.
पुष्करणा को यह किताब लिखने में सात साल लग गए. उन्होंने बताया कि मैं शुरू से प्यार व रोमांस का प्रशंसक रहा हूं और इससे मन में पैदा होने वाले भावनाओं को पसंद करता हूं. मुझे रोमांटिक बॉलीवुड फिल्में देखना पसंद है और हमेशा से ऐसे काल्पनिक चरित्र को गढ़ने के बारे में सोचता रहा जिसे सभी याद रखें और इसलिए यह किताब लिखी है. कार्यक्रम में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और जानी-मानी साहित्यिक आलोचक अंतरा देव सेन भी मौजूद थीं, जिन्होंने इस किताब की तारीफ की.
पुष्करणा को यह किताब लिखने में सात साल लग गए. उन्होंने बताया कि मैं शुरू से प्यार व रोमांस का प्रशंसक रहा हूं और इससे मन में पैदा होने वाले भावनाओं को पसंद करता हूं. मुझे रोमांटिक बॉलीवुड फिल्में देखना पसंद है और हमेशा से ऐसे काल्पनिक चरित्र को गढ़ने के बारे में सोचता रहा जिसे सभी याद रखें और इसलिए यह किताब लिखी है. कार्यक्रम में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और जानी-मानी साहित्यिक आलोचक अंतरा देव सेन भी मौजूद थीं, जिन्होंने इस किताब की तारीफ की.
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