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This Article is From Oct 29, 2022

85 फीसदी से ज्यादा लोगों को नहीं चलता स्ट्रोक के लक्षणों का पता, किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी सर्वे में आया सामने

Stroke Symptoms: हालिया सर्वे के अनुसार 85 फीसदी से ज्यादा लोगों को स्ट्रोक का पता नहीं चलता है. जानिए अमृता हॉस्पिटल की स्टडी में क्या-क्या आया सामने. 

85 फीसदी से ज्यादा लोगों को नहीं चलता स्ट्रोक के लक्षणों का पता, किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी सर्वे में आया सामने
Stroke Symptoms Survey: स्ट्रोक के लक्षण और खतरों से अनजान रहता है देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा.

Brain Stroke: अमृता हॉस्पिटल ने अपने हालिया सर्वे में पाया कि 85.7 फीसदी लोगों को स्ट्रोक के लक्षणों (Stroke Symptoms) का पता नहीं चलता. यह सर्वे 91 लोगों पर किया गया था. अमृता हॉस्पिटल के स्ट्रोक मेडिसिन एंड न्यूरोलॉजी डिवीजन के हेड डॉ. नांबियार के अनुसार, "केरल देश का सबसे ज्यादा शिक्षित लोगों वाला राज्य है और यहां के 85.7 फीसदी लोग स्ट्रोक (Stroke) के लक्षणों के बारे में नहीं जानते जोकि मृत्यु का कारण भी बनता है. हालांकि, ज्यादातर मरीजों ( 90 फीसदी) को अस्पताल लाया गया था लेकिन उनमें भी स्ट्रोक के लक्षणों और खतरों को लेकर किसी तरह की जागरूकता देखने को नहीं मिली."


भारत में युवाओं में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ज्यादा देखा जाता है. वहीं, अस्पतालों में स्ट्रोक के लिए विशेषज्ञ हैं फिर भी लोग इससे अछूते हैं और इन्हें इससे जुड़ी कोई खासा जानकारी नहीं है. ऐसे कम ही मरीज हैं जो स्ट्रोक के लक्षणों को समझकर अस्पताल इलाज के लिए पहुंचते हैं. 

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क्या है स्ट्रोक | What Is Stroke 


स्ट्रोक को ब्रेन स्ट्रोक या ब्रेन अटैक (Brain Attack) भी कहा जा सकता है जिसमें दिमाग तक ऑक्सीजन जाना रुक जता है. दिमागी नसों में अवरुद्धता के कारण खून और ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित होता है. इस दिमागी झटके को स्ट्रोक कहा जा सकता है. 

स्ट्रोक के लक्षण 
  • स्ट्रोक आने पर व्यक्ति अचानक से होश खो देता है. 
  • चेहरा सुन्न महसूस होने लगता है. 
  • देखने में परेशानी होने लगती है. 
  • चक्कर आने लगते हैं. 
  • बैलेंस बनाने में दिक्कत होने लगती है. 
  • सिर में तेज दर्द (Headache) और उल्टी हो सकती है. 

किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी 

स्ट्रोक के रिस्क फैक्टर्स की जानकारी होना बेहद जरूरी है. इसके रिस्क फैक्टर्स के प्रति जागरूक होकर भी इसके खतरे को कम करने की कोशिश की जा सकती है. उम्र बढ़ने के साथ स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा यदि परिवार में किसी को कभी ब्रेन स्ट्रोक आया हो तो परिवार के बाकि लोगों में भी स्ट्रोक आने की संभावना बढ़ जाती है. स्ट्रोक से पहले दिल तेजी से धड़कने लगता है और दिल में हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है. 

एक्सपर्ट्स के अनुसार, स्ट्रोक के रेड अलर्ट की जानकारी होना जरूरी है. इनमें हाथ और पैरों में कमजोरी महसूस होना शामिल है. इसके अलावा इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आपको किसी भी तरह का लक्षण महसूस हो तो डॉक्टर से जांच कराएं और टेस्ट कराते रहें. 

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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