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भारत के किस एक्सप्रेस-वे पर सबसे तेज रफ्तार से दौड़ती हैं गाड़ियां? इतनी है स्पीड लिमिट

हाई-स्पीड एक्सप्रेस-वे न सिर्फ ट्रैवल टाइम घटाते हैं, बल्कि लॉजिस्टिक्स और टूरिज्म के लिए भी फायदेमंद हैं. इन एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियां हवा से बातें करती हैं. क्या आप जानते हैं कि भारत के किस एक्सप्रेस-वे पर सबसे रफ्तार से गाड़ियां दौड़ती हैं.

भारत के किस एक्सप्रेस-वे पर सबसे तेज रफ्तार से दौड़ती हैं गाड़ियां? इतनी है स्पीड लिमिट
भारत का सबसे तेज एक्सप्रेसवे

Top High Speed Expressways in India: देश में हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे का नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है. ये एक्सप्रेसवे न सिर्फ सफर का समय घटाते हैं, बल्कि ज्यादा आरामदायक, सुरक्षित और आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाते हैं. भारत सरकार 2025 तक करीब 50,000 किलोमीटर हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे बनाने की योजना पर काम कर रही है. इससे सफर तो तेज होगा ही, लॉजिस्टिक्स कॉस्ट और फ्यूल खपत भी कम होगी. नई तकनीक जैसे सोलर एनर्जी टोल, ईवी चार्जिंग स्टेशन, स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल और ड्रोन सर्विलांस इन रोड नेटवर्क को और शानदार बना रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के किस एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियां सबसे तेज रफ्तार से दौड़ती हैं, इस पर स्पीड लिमिट कितनी है. अगर नहीं तो इस आर्टिकल में जानिए.. 

किस एक्सप्रेस-वे पर सबसे तेज दौड़ती हैं गाड़ियां

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा हाईवे है और इसे देश के हाई-स्पीड नेटवर्क का मील का पत्थर माना जाता है. इस एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियां चलती नहीं हवा से बातें करती हैं. इस पर गाड़ियां 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती हैं. इसकी लंबाई करीब 1,350 किलोमीटर है और इसे 8 लेन का बनाया गया है, जिसे भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है.

सबसे तेज एक्सप्रेस-वे की खासियत क्या है

इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से मुंबई का सफर सिर्फ 12 घंटे में पूरा किया जा सकता है, जबकि पहले इसे तय करने में लगभग 24 घंटे लगते थे. आधुनिक टोलिंग सिस्टम, ईवी चार्जिंग स्टेशन और चौबीसों घंटे ट्रैफिक मॉनिटरिंग जैसी सुविधाएं इसे बेहद सुरक्षित बनाती हैं. यह लॉजिस्टिक्स सेक्टर के लिए भी गेमचेंजर है, क्योंकि कंटेनर और मालवाहक ट्रक तेजी से बंदरगाहों तक पहुंच सकते हैं.

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इन एक्सप्रेस-वे की स्पीड भी है जबरदस्त 

1. ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE)

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे दिल्ली के चारों ओर रिंग रोड की तरह बना है और इसकी लंबाई लगभग 135 किलोमीटर है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले इस मार्ग पर गाड़ियां 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं.

2. मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग (ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे)

मुंबई से नागपुर तक फैला यह हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे करीब 701 किलोमीटर लंबा है. गाड़ियां इस पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं. इससे सिरफ सिर्फ 8 घंटे में पूरी की जा सकती है, जबकि पहले 16 से 18 घंटे लगते थे.

3. बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे

बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 119 किलोमीटर है और इसे 6 लेन का बनाया गया है. इस पर गाड़ियों की मैक्सिमम स्पीड 100 किमी प्रति घंटा है. यह एक्सप्रेसवे बेंगलुरु और मैसूरु के बीच सफर को सिर्फ 90 मिनट में पूरा कर देता है.

4. यमुना एक्सप्रेसवे (ताज एक्सप्रेसवे)

यमुना एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा से आगरा तक फैला है और इसे ताज एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है. इसकी लंबाई 165 किलोमीटर है और स्पीड लिमिट 100 किमी प्रति घंटा है.इससे दिल्ली से आगरा का सफर सिर्फ 2.5 घंटे में पूरा किया जा सकता है.

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