प्रो कबड्डी लीग (PKL) में खेलने वाली अदाणी गुजरात जायंट्स टीम के कोच राम मेहर सिंह मानते हैं कि अदाणी गुजरात जायंट्स का लिटिल जायंट्स प्रोग्राम एक गेम चेंजर हो सकता है. राम मेहर सिंह के मुताबिक लिटिल जायंट्स प्रोग्राम कबड्डी जैसे स्वदेशी खेल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है. पीकेएल के सबसे सफल चैंपियन कोच राम मेहर सिंह को लगता है कि इस तरह के प्रोग्राम राज्य में खेल के प्रोफाइल को ऊंचा उठाने के लिए आवश्यक हैं और जमीनी स्तर की प्रतिभाओं से जुड़ने के लिए एक अच्छा माध्यम और साधन हैं.
इस तरह के इनिशिएटिव्स महत्व के बारे में राम मेहर सिंह ने कहा, “समय आ गया है कि हम कबड्डी को गुजरात में एक बड़ा खेल बनाएं और लिटिल जायंट्स जैसे प्रोग्राम ( जो पिछले साल शुरू हुए) इस विचार और उद्देश्य को अधिक से अधिक युवा प्रतिभाओं तक पहुंचाने में हमारी मदद कर सकते हैं. लिटिल जायंट्स को महाराष्ट्र कबड्डी क्लब और हरियाणा में काम कर रहीं अकादमियों जैसे बड़े नामों के साथ मुकाबला करने के लिए, हमें अधिक जागरूकता पैदा करनी चाहिए. इस प्रोग्राम का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि गुजरात से अधिक से अधिक पेशेवर कबड्डी खिलाड़ी तैयार हो सकें. यह अदाणी गुजरात जायंट्स की एक शानदार पहल है.”
लिटिल जायंट्स प्रोग्राम वर्तमान में चार प्रमुख शहरों-अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा और राजकोट में जारी है. जल्द ही, टीम राज्य भर में प्लेयर ट्रायल आयोजित करेगी, जो उन्हें खेल के बारे में रुचि पैदा करने में मदद करेगी और इससे लोगों में इस खेल को अपनाने को लेकर उत्साह पैदा होगा. एक अच्छा खिलाड़ी बनने की प्रक्रिया कम उम्र में ही शुरू हो जाती है, खासकर जब बच्चे स्कूल में होते हैं और इसलिए गुजरात जायंट्स को लगता है कि स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करने से खेल के प्रोफाइल को ऊंचा करने के इनिशिएटिव को मजबूत बनाया जा सकेगा.
लिटिल जायंट्स प्रोग्राम का दूसरा सीजन जल्द ही शुरू होने वाला है. पहले सीजन में अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट के 224 से अधिक स्कूलों के 3,000 से अधिक बच्चों ने भाग लिया. आने वाले सीजन में इस संख्या के बढ़ने की उम्मीद है. यह पूछे जाने पर कि इस प्रोग्राम में शामिल बच्चे अच्छा प्रदर्शन करें, यह सुनिश्चित करने के लिए कौन से उपाय किए जाने चाहिए? इस पर राम मेहर सिंह ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रोग्राम में कोचिंग का स्तर ऊंचा हो और इसके तहत चुने गए बच्चों की अच्छी देखभाल हो. बच्चों को अच्छा आहार मिले और उन्हें यह बताना होगा कि अभ्यास तथा पढ़ाई के बीच के संतुलन को कैसे बनाए रखा जा सकता है उन्हें किट और अन्य आवश्यक बुनियादी सुविधाएं दी जानी चाहिए.”
राम मेहर सिंह आगे कहते हैं, “कोच को भी प्रत्येक बच्चे के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत है ताकि उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिल सके. अदाणी स्पोर्ट्सलाइन टीम ने इन बच्चों के लिए विश्व स्तरीय सेटअप लाने के लिए शानदार काम किया है. इस प्रोग्राम के माध्यम से बच्चों का नर्चर करने से हमें राष्ट्रीय स्तर पर आने में मदद मिल सकती है, जिससे हम हमारे देश को गौरवान्वित कर सकते हैं.”
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