झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के पहले CBI ने मंगलवार सुबह करीब 11 बजे बड़ी कार्रवाई की है. करीब 1200 करोड़ रुपये के अवैध स्टोन माइनिंग के मामले में CBI ने विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के सहयोगियों के झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार में स्थित करीब 20 जगहों पर छापेमारी की. झारखंड के 3 जिले साहिबगंज, पाकुड़, राजमहल में रेड मारी गई है. कोलकाता और पटना में भी CBI की टीम ने छापा मारा है. छापेमारी के दौरान अलग-अलग जगहों से 50 लाख कैश, एक किलो सोना, सवा किलो चांदी और 16 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं.
झारखंड में बरहट विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. CM हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा और कई लोगों के खिलाफ अवैध खनन मामले में CBI ने 2023 में FIR दर्ज की थी. मंगलवार को साहिबगंज, गुमला, पाकुड़ और राजमहल में छापा मारा गया. साहिबगंज में 6 लोगों राजमहल उधवा के बड़े कारोबारी महताब आलम, मिर्जाचौकी के रंजन वर्मा, संजय जायसवाल, बरहरवा के सुब्रतो पाल, पत्थर व्यवसायी टिंकल भगत, अवध किशोर सिंह उर्फ पतरु सिंह, बरहरवा के भगवान भगत और कृष्णा शाह के यहां छापेमारी की गई.
झारखंड हाईकोर्ट ने दिया था FIR दर्ज करने का आदेश
नवंबर 2023 में झारखंड हाईकोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो को आदेश दिया कि वह साहिबगंज के निम्बू पहाड़ में पत्थर की अवैध चोरी और खनन के मामले में शुरुआती जांच करने के लिए FIR दर्ज करे. हाईकोर्ट ने CBI से याचिकाकर्ता द्वारा बाद में दायर वकालतनामे की वास्तविकता की जांच करने को कहा था.
पंकज मिश्रा पर क्या है आरोप?
पंकज मिश्रा पर साहिबगंज में 1200 करोड़ रुपये से ज्यादा की अवैध माइनिंग, उससे हुई अवैध कमाई के अतिरिक्त टेंडर मैनेज करने का भी आरोप लगा है.
ED ने झारखंड में अवैध कोयला खनन मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा को 19 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था. अवैध खनन के आरोपी पंकज मिश्रा को झारखंड हाईकोर्ट ने 21 अक्टूबर को जमानत दे दी थी.
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